बीडी शर्मा, दमोह। रानी दमयंती कि नगरी दमोह (Damoh) में पुरातत्व अवशेष का भंडार है। यहां ऐसे अनेक स्थान हैं जहां प्राचीन अवशेष बिखरे पड़े हैं, लेकिन उन्हें संरक्षित करने के पर्याप्त प्रयास नहीं किये जा रहे है। यही नहीं जिले का एक मात्र पुरातत्व संग्रहालय आज प्रेमी-प्रेमिकाओं को एक-दूसरे को प्यार का संदेश देने का माध्यम बना हुआ हैं। यहां पर मनचलों के द्वारा इन धरोहरों को प्यार के नाम पर बर्बाद करने का सिलसिला लगातार जारी हैं।
युवा वैलेंटाइन डे (Valentine’s Day ) पर अपने प्यार का इजहार प्रेमी का नाम दीवाल पर लिखकर उन्हें प्रपोज करते देखा जा सकता हैं। जबकि किले में ही पुरातत्व विभाग का कर्मचारी भी कार्यरत हैं।
साथ ही किले के सामने सिटी कोतवाली थाना, गर्ल्स छात्रावास, शासकीय स्कूल और भाजपा कार्यालय भी स्थित है। तब भी यह मनचले बेखौफ होकर इन दीवालों पर अपने प्रेमी का नाम लिखने से नहीं डरते हैं, तो वहीं रात्रि के समय यहां पर शराबियों का अड्डा बन जाता है। किले के बाजू से बने तहसील ग्राउंड पर शराब कि टूटी बोतले भी देखी जा सकती है।
यह किला शहर के प्रमुख चौराहा पर होने के कारण शहर कि सुंदरता को चार चांद लगाता है, लेकिन यहां के जनप्रतिनिधियों ने किले के नाम पर सिर्फ पैसा लाया है, उसकी सुंदरता के लिए खर्च नहीं किया है। जिससे यह किला देख रेख के अभाव में जर्जर और बेदाग लगने लगा है और दुर्दशा का शिकार हो गया हैं।
जबकि दमोह के सांसद और केंद्र के मंत्री का पर्यटन विभाग भी रह चुका है, इसके बाद भी स्थिति जस कि तस बनी हुई है। इस किले का जीर्णोद्धार तो कराया गया, लेकिन जितना विकास होना था वह नहीं हुआ। जिससे संग्रहालय के अंदर कचरा रुपी झाड़ियां बड़ी-बड़ी होकर किले को चारों तरफ से घेर चुकी हैं। किले कि डेंटिंग पेंटिंग ना होने के कारण यह किला अपनी बदकिस्मती पर आंसू रो रहा है, जबकि हर साल इसके सौंदर्यीकरण के नाम पर लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं।
इस संबंध में जब हमने शहर के युवाओं से चर्चा की तो उनका कहना था कि शहर का प्रमुख चौराहा होने के कारण अगर इस किले पर लाइटिंग की व्यवस्था और खूबसूरत पेड़ पौधों को लगाया, तो निश्चित तौर पर यह किला एक बेहद खूबसूरत और सुंदर दिखाई देने वाला दृश्य बनाता।
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक