अनमोल मिश्रा, चित्रकूट। सतना चित्रकूट मार्ग स्थित बगदरा घाटी में काऊ सफारी का विकास किया जाएगा। घाटी में काऊ सफारी विकसित किए जाने के लिए प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ने गुरुवार को घाटी स्थित एसएएफ कैंप पहुंचकर वन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान डिप्टी सीएम ने सफारी विकसित किए जाने की रूपरेखा पर विचार कर तैयारियां करने के निर्देश दिए हैं।

गुरुवार को प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला सतना चित्रकूट मार्ग स्थित बगदरा घाटी पहुंचकर घाटी में काऊ सफारी विकसित किए जाने को लेकर वन विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों और ग्रामीणों के साथ बैठक की। गौरतलब है कि घाटी स्थित एसएएफ कैंप के पास वर्तमान समय में हजारों की संख्या में गौ वंशों का विचरण रहता है। ये ऐसे गौ वंश होते हैं जिन्हें आसपास के ग्रामीणों द्वारा जंगल में लाकर छोड़ दिया जाता है।

बड़ी खबर: दिल्ली रवाना हुए सीएम मोहन, मंत्रियों के विभाग बंटवारे पर होगी चर्चा

बीते लगभग पंद्रह दिन पहले उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला के चित्रकूट आगमन के समय स्थानीय ग्रामीणों ने डिप्टी सीएम को घाटी में रोककर हजारों गौ वंशों को दिखाते हुए जंगल में काऊ सफारी विकसित किए जाने की मांग की थी। इसी के चलते गुरुवार को उप मुख्यमंत्री ने बगदरा एसएएफ कैंप पहुंचकर वन विभाग के अधिकारियों के साथ काऊ सफारी पर चर्चा करते हुए सफारी विकसित किए जाने के निर्देश दिए है।

इस मौके पर डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला ने बताया कि घाटी में गौ वंशों के रहने लायक प्राकृतिक वातावरण मौजूद है। स्थानीय निवासियों के द्वारा यहां पर सफारी विकसित किए जाने की मांग की गई है। वहीं हम लोगों ने पूर्व में रीवा जिला स्थित बसामन मामा नामक स्थान पर सफारी का विकास किया है। जहां पर वर्तमान समय में लगभग दस हजार गौ वंश मौजूद है।

नगर निगम की आर्थिक स्थिति खराब: मेयर ने वापस किया वाहन, नहीं लेंगी कोई सुविधा, कहा- शासन से नहीं मिल रहा पैसा, अधिकारियों से की ये अपील

राजेंद्र शुक्ला ने कहा कि बसामन मामा नामक स्थान की तर्ज पर बगदरा घाटी में काऊ सफारी विकसित की जाएगी। इसके लिए वन विभाग द्वारा 56 एकड़ जमीन उपलब्ध कराई जाएगी। इसकी तैयारियों के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। पंद्रह दिन बाद मैं यहां आकर विधिवत काऊ सफारी का शुभारंभ करूंगा।

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus