प्रदीप सिंह ठाकुर,देवास। मध्यप्रदेश में प्याज और लहसुन कौड़ियों के दाम में बिक रहे हैं. इसके विरोध में किसानों ने अनूठे तरीके से विरोध प्रदर्शन किया है. देवास में प्याज-लहसुन की शवयात्रा निकाली गई है. युवा किसान संगठन ने विरोध जताते हुए उचित दाम नहीं मिलने पर की जमकर नारेबाजी की. रतलाम में लहसुन की बोरियां नदी में बहा दी गई.  

दरअसल किसान फसल की उपज का उचित दाम नहीं मिलने से परेशान नजर आ रहा है. अब प्याज व लहसून को लेकर खासा नाराजगी है. नाराज किसानों ने युवा किसान संघ के नेतृत्व में स्थानीय भोपाल चौराहे से कलेक्टर कार्यालय तक लहसून व प्याज के कट्टे रखकर उनकी शवयात्रा निकाल दी. जिला प्रशासन को चेताया है.

इस दौरान किसानों ने प्रशासन से फसलों का उचित दाम देने की मांग की. किसानों ने अनूठे तरीके से प्रदर्शन कर विरोध जताया. जहां प्रदर्शन के दौरान किसानों ने अपने गले में जहसून व प्याज की माला भी पहन रखी थी. फसल का उचित मूल्य ना मिलने पर किसानों ने शवयात्रा निकालकर विरोध जताया. इस दौरान किसानों कलेक्टर कार्यालय में आवेदन भी सौंपा और उचित मुख्य की मांग की.

बहू की सास के जेवरात पर सेंधमारीः चोरी के बाद जमीन पर छिपा दिए थे 6 लाख के जेवर, बहू के साथ बहन और जीजा भी गिरफ्तार

राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ जिलाध्यक्ष गगन सिंह पटेल ने बताया कि हमारा देश एक कृषि प्रधान देश है. जिस देश में हम हमारी फसलों को बच्चों तरह रखते है. लेकिन बहुत दुर्भाग्य की बात है हमारी फसलों को हमारे ही कंधे पर उठाकर शवयात्रा के रुप में हमें भोपाल चौराहे से लेकर कलेक्टर कार्यालय तक आना पड़ा. क्योंकि हमारी फसलों का हमें बिल्कुल भी सही दाम नहीं मिल रहा है. जो हमने लागत लगाई वह लागत भी नहीं निकल पा रही है. किसान आने वाले समय में फसलों का उचित दाम नहीं मिला तो आत्महत्या के लिए मजबूर होगा. जिसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की रहेगी.

छोटी बहन को रेलवे स्टेशन छोड़ने आई महिला से छेड़छाड़: वहसी युवक जबरन मुंह दबाकर झाड़ियों में ले गया, चंगुल से भागी महिला पहुंची थाने, आरोपी गिरफ्तार

किसानों का कहना है कि हम चाहते है कि सरकार से लहसून व प्याज का न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित करे और अन्य सब्जियां है उनका भी फिक्स रेट करें. हमारी मांगे नहीं मानी गई तो हम वोट की चोंट करेंगे. सरकार को 2023 में मुंह दिखाने के लायक नहीं छोड़ेंगे. इस दौरान बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे. अन्य किसानों का भी यही कहना है कि जनपद में किसानों की ओर ध्यान ना देना यह भी हार का कारण बताया है.

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus