रेणु अग्रवाल,धार। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के धार जिले में कलेक्टर प्रियंक मिश्रा (Collector Priyank Mishra) ने संवेदनशीलता और सादगी का परिचय दिया है। दिव्यांग बल मध्य प्रदेश (Divyang Bal Madhya Pradesh) अपनी 16 सूत्रीय मांगों को लेकर 1 किलोमीटर पदयात्रा निकालकर कलेक्ट्रेट पहुंचा था। लेकिन यहां जन सुनवाई का समय समाप्त हो चुका था। कलेक्टर प्रियंक मिश्रा कलेक्ट्रेट से अपनी कार से जा रहे थे। लेकिन जैसे ही उन्होंने कलेक्टर कार्यालय के बाहर विकलांग बल के लोगों को देखा तुरंत कार से नीचे उतर कर उनके पास जमीन पर बैठ गए। उन्होंने दिव्यांगजनों से कहा कि मैं आपकी क्या समस्या हल कर सकता हूं। इस पर वहां बैठे दिव्यांगों ने कलेक्टर को अपनी समस्या बताई और 16 सूत्रीय मांग रखी।
जिसके बाद कलेक्टर ने उनकी एक-एक मांग पढ़ी। जिसमें से जो मांग जिला स्तर पर पूरी हो सकती है, उस मांग के बारे में उन्होंने कहा कि इसके लिए मैं कुछ कर सकता हूं। वही जो प्रदेश स्तर की मांग थी उस पर उन्होंने कहा कि मैं यह आपका ज्ञापन मुख्यमंत्री तक पहुंचा दूंगा। दिव्यांगों की मुख्य मांग थी कि उनकी पेंशन को बढ़ाकर प्रतिमाह 5 हजार रुपये किया जाए। वही सभी विभागों में दिव्यांगों के रिक्त पदों को बैकलॉग भर्ती के माध्यम से भरा जाए। दिव्यांगों को 50 हजार तक का लोन अनिवार्य रूप से दिया जाए। एकल खिड़की की व्यवस्था की जाए। विवाह प्रोत्साहन राशि दी जाए। इस तरह से कुल 16 मांगों को लेकर दिव्यांग बल के द्वारा धार कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया।
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वही दिव्यांग बल के सदस्यों ने कहा कि हमारे जिले के कलेक्टर संवेदनशील है। आज उन्होंने हमारे साथ जमीन पर बैठकर हमारी समस्या को सुना, जो उनकी संवेदनशीलता को दर्शाता है। दिव्यांगजनों ने कहा कि इससे हमें बल मिला है और हमारा मनोबल भी बढ़ा है।
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