हेमंत शर्मा, धार। मध्य प्रदेश के धार जिले में भाषण के दौरान कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी की जुबान फिसल गई। उन्होंने मंच से पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी को महापुरुष बता दिया। हालांकि उन्होंने गलती को सुधारते हुए कहा कि पुरुष नहीं मतलब एक बहुत बड़ी हस्ती थी।

दरअसल, गुरुवार को प्रियंका गांधी एक दिवसीय दौरे पर धार जिले पहुंची। जहां उन्होंने टंट्या मामा की मूर्ति का अनावरण किया। इसके साथ जन आक्रोश यात्रा के विशाल जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कटाई का मौसम है और आप मुझे सुनने आये है। आदिवासी समाज के गौरव साहस का चिन्ह गोंडवाना समाज की वीरांगना रानी दुर्गावती को मेरा नमन है।

धार में प्रियंका गांधी ने की चुनावी घोषणा: किसानों के कर्ज होंगे माफ, कांग्रेस शासित राज्यों की गिनाई उपलब्धियां, यहां पढ़िए भाषण की बड़ी बातें…

महापुरुषों को किया याद

वहीं भाषण के दौरान प्रियंका गांधी ने कहा कि यही पास में भगवान कृष्ण ने अपनी लीला रचाई थी। मोहनखेड़ा जैन तीर्थ स्थल है, जहां बड़ी संख्या में लोग आते हैं। यहां आदिवासी समाज और हमारे राष्ट्र नायक टंट्या मामा ने हमारी आजादी के लिए बलिदान दिया। यह बाबा साहेब अंबेडकर की धरती है। हमारी आजादी की लड़ाई के दौरान 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन हुआ, जो धार जिले से कालूराम बेडेकर ने आंदोलन शुरू किया।

CM Shivraj in Shahdol: भरी महफिल में सीएम शिवराज को इस शख्स ने बोल दिया I Love You; फिर मुख्यमंत्री ने दिया ये जवाब…

उन्होंने भारत के संविधान को बनाने में बहुत योगदान दिया। एमपी महापुरुषों की धरती है। महापुरुषों और साधारण जनता में क्या फर्क है ? फर्क यह था कि इन्हें हम महापुरुष इसलिए कहते हैं क्योंकि उन्होंने आजीवन जनता के लिए संघर्ष किया। एक जनता के साथ भरोसे का रिश्ता जोड़ा और उस भरोसे को जीवन भर टूटने नहीं दिया। इसीलिए आज भी उनके गुजर जाने के सैकड़ो साल, दशकों बाद हम उनको याद करते हैं और उन्हें नमन करते हैं।

यशोधरा राजे सिंधिया की राजनीति का अंत! मंत्री ने कहा- चुनौतियों का सामना कर यहां तक आई हूं, जहां मेरा कार्यकाल खत्म हो रहा, VIDEO वायरल

प्रियंका गांधी की जुबान फिसली

वहीं प्रियंका गांधी ने कहा कि मेरी दादी इंदिरा गांधी एक इसी तरह की महापुरुष थी, पुरुष नहीं थी मतलब एक बहुत बड़ी हस्ती थी। जिन पर आपको पूरा भरोसा था और आपका भरोसा इसलिए था क्योंकि उन्होंने दिन रात आपके लिए काम किया, भावनात्मक रिश्ता था और आज यहां उसी रिश्ते की मुझे याद आती है।

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus