दीपक ताम्रकार, डिंडोरी। मध्यप्रदेश के डिंडोरी जिले में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सुशीला उइके को नौकरी से निकाल दिया गया है. उसकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है. जिसके चलते वो शुक्रवार को सीएम शिवराज से मिलने पहुंची, लेकिन मुलाकात नहीं होने की वजह महिला कार्यकर्ता रोने लगी. मीडिया से उसने परेशानी बताई.
दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को डिंडोरी में नगरीय निकाय चुनाव के प्रचार-प्रसार के लिए पहुंचे थे. इसी दौरान मुख्यमंत्री से मिलने आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सुशीला उइके पहुंची थी, लेकिन सीएम से मिल नहीं पाई. सीएम से नहीं मिल पाने के चलते सुशीला कार्यक्रम स्थल के नजदीक खड़े होकर रोने लगी. सुशीला उइके समनापुर जनपद क्षेत्र के ग्राम भरिया टोला की निवासी है.
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सुशीला उइके भरियाटोला में 1988-89 से आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के रूप कर रही थी. जिसे समनापुर के परियोजना अधिकारी ने अंकसूची में त्रुटि के चलते सेवा से पृथक कर दिया है, जबकि सुशीला ने 2021 में सुधार के लिए गुहार भी लगाई थी.
सुशीला के पति का अप्रैल महीने पहले निधन हो गया है. जिससे वह उभर नहीं पाई थी और मई में उसे नौकरी से निकाल दिया गया. सुशीला ने मुख्यमंत्री शिवराज से गुहार लगाई है कि उसकी जन्मतिथि के प्रमाणित अभिलेख के आधार पर सेवा से बहाल किया जाए.
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