शब्बीर अहमद,भोपाल/डिंडोरी। मध्य प्रदेश में डिंडौरी जिले के जुनवानी गांव में स्थित मिशनरी छात्रावास में नाबालिग छात्राओं के यौन शोषण के मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ा एक्शन लिया है। डिंडोरी एसपी संजय कुमार सिंह को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए है। बताया जा रहा है कि छात्रावास में हुए शर्मनाक घटनाक्रम और पुलिस की लापरवाही से सीएम शिवराज बेहद नाराज़ थे। मुख़्यमंत्री ने आज इस घटना पर निर्णय लेते हुए डिंडोरी एसपी को हटाने का एक्शन लिया है। मिशनरी छात्रावास में नाबालिग छात्राओं के साथ स्कूल के पादरी, प्राचार्य, एक शिक्षक और वहां की वार्डन का नाम यौन शोषण के मामले में सामने आया था। इस खबर को लल्लूराम डॉट कॉम ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था। जिसके बाद एक्शन लिया गया है।

MP: मिशनरी की चिल्ड्रन होम में बच्चियों का यौन शोषण मामला, गोंडवाना नेता ने नाबालिग के चरित्र पर ही उठा दिए सवाल, बच्चों के विरोध पर पुलिस ने प्रिंसिपल को छोड़ा

 8 बच्चियों ने शिक्षकों के खिलाफ की थी यौन शोषण की शिकायत

मध्यप्रदेश राज्य बाल आयोग (Madhya Pradesh State Child Commission) के निरीक्षण के दौरान जुनवानी स्थित मिशनरी की तरफ से संचालित अवैध चिल्ड्रन होम की 8 बच्चियों ने शिक्षकों के खिलाफ यौन शोषण की शिकायत की थी। बच्चियों ने बताया कि उनके साथ किस तरह का व्यवहार किया जाता है। उन्हें गंदी नजरों से टच कर घिनौनी हरकत की जाती है। ये बच्चियां डर की वजह से कहीं कोई शिकायत नहीं पाती थी, लेकिन मामला प्रकाश में आने के बाद राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने बड़ा एक्शन लिया है।

MP में आदिवासी बच्चियों से घिनौनी करतूत: मिशनरी की चिल्ड्रन होम में मासूमों का यौन शोषण, बाल आयोग के ट्वीट के बाद हरकत में आई पुलिस, प्रिंसिपल समेत 4 शिक्षकों पर FIR

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने ट्वीट किया और कार्रवाई नहीं होने की बात कही। तब पुलिस के आलाधिकारी हरकत में आए और आनन-फानन में प्रिंसिपल समेत 4 शिक्षकों के खिलाफ कई धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज किया गया। इस मामले में प्रिंसिपल नान सिंह यादव और अतिथि शिक्षक सनी, संचालक सविता और खेम चंद सहित 4 लोगों खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इस संस्था में 600 आदिवासी बच्ची रहती है।

MP के मिशनरी छात्रावास में यौन शोषण मामला: राष्ट्रीय बाल आयोग का बड़ा एक्शन, नाबालिग के चरित्र पर सवाल उठाने वाले गोंडवाना के प्रदेश प्रवक्ता समेत अन्य लोगों के खिलाफ FIR के निर्देश

इस मामले में प्रिंसिपल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन बाकी छात्राओं के विरोध करने और पुलिसकर्मियों को घेरने पर प्रिंसिपल को छोड़ दिया गया. इसके साथ ही गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रवक्ता राधे श्याम कोकड़िया ने नाबालिग बच्चियों के चरित्र पर ही सवाल उठाए थे। जिसके बाद उनके खिलाफ राष्ट्रीय बाल आयोग ने एक्शन लेते हुए एफआईआर करने के निर्देश दिए हैं।

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