कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। भारतीय जनता पार्टी ने ग्वालियर जिले की भितरवार विधानसभा से सिंधिया समर्थक मोहन सिंह राठौर को अपना प्रत्याशी बनाया है। जिसके बाद उन्होंने भितरवार में बीजेपी का कमल खिलने का दावा करते हुए कांग्रेस को चैलेंज किया है। राठौर का कहना है कि उनके सामने कांग्रेस के वर्तमान विधायक और कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे लाखन सिंह यादव एक बार फिर चुनाव लड़ते है तो भी वे उन्हें 50 हजार वोट से हरा देंगे।
मोहन सिंह ने सिंधिया समर्थक होने के नाते टिकिट मिलने पर क्षेत्र में गुटबाजी को लेकर कहा कि पार्टी ने सर्वे के आधार पर टिकिट दिया है। BJP एक परिवार है। जहां सभी एक साथ रहते है, उन्हें टिकिट मिलने के बाद सभी पार्टी की जीत के लिए जुट गए है, पार्टी में कोई गुटबाजी या अंदरखाने में नाराजगी नही है। एक बार फिर इतिहास बनने जा रहा है।
भितरवार विधानसभा का इतिहास
भितरवार विधानसभा क्षेत्र की बात की जाए तो इसे पहले इसे गिर्द विधानसभा के नाम से जाना जाता था। 2008 के परिसीमन के बाद इसे भितरवार विधानसभा के रूप में पहचान मिली। वर्तमान में इस विधानसभा पर कांग्रेस के विधायक के रूप में लाखन सिंह यादव काबिज हैं। लाखन सिंह यादव को 4 बार क्षेत्र की जनता विधायक बना चुकी है। लाखन सिंह एक बार बहुजन समाज पार्टी औऱ 3 बार कांग्रेस से विधायक रह चुके है। लाखन सिंह को साल 2018 की कमलनाथ सरकार में पशुपालन मंत्री का जिम्मा भी दिया गया था।
गौरतलब है कि भितरवार के वर्तमान कांग्रेस विधायक लाखन सिंह ने 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के कद्दावर नेता अनूप मिश्रा को 12130 वोट से करारी शिकस्त दी थी, ऐसे में इस बार बीजेपी मोहन सिंह को टिकिट देकर जीत के लिए भरोसा जताया है। वहीं मोहन सिंह ने चुनाव के पहले ही अपनी जीत का दावा कर दिया है। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि क्या मोहन सिंह भितरवार जनता का भरोसा जीतकर 4 बार के विधायक को लाखन सिंह को हरा पाएंगे? या फिर उन्हें भी अनूप मिश्रा की तरह शिकस्त का सामना करना पड़ेगा।
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