शिखिल ब्यौहार, भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए नेताओं ने मतलब की सियासत तो की, लेकिन उनके स्वार्थ की सिद्धि नहीं हुई। दरअसल, इलेक्शन से पहले कई नेता अपना दल छोड़ दूसरे में चले गए। कोई टिकट की आस तो किसी ने टिकट न मिलने से नाराज होकर बगावत के साथ दल बदल लिया, लेकिन तब भी उन्हें टिकट नहीं मिली। करीब आधा दर्जन से अधिक दल बदल कर आए नेताओं पर पार्टियों ने भरोसा नहीं किया। अब सिर्फ सरकार बनने पर राजनीतिक नियुक्तियों का झुनझुना थमाया जा रहा हैं।

ऐसे नेता जिन्हें नहीं मिला टिकट

  • वीरेंद्र रघुवंशी, बीजेपी से कांग्रेस आए
  • रोशनी यादव, बीजेपी से कांग्रेस आई
  • अवदेश नायक, बीजेपी से कांग्रेस में आए
  • सुमित्रा कास्डेकर, कांग्रेस से बीजेपी आई
  • मोना सुस्तानी, कांग्रेस से बीजेपी आई
  • संजीव कुशवाह, बीएसपी से बीजेपी गए बाद में बीएसपी से चुनाव मैदान में
  • फुंदर चौधरी, कांग्रेस से बीजेपी आए
  • निशा बांगरे, डिप्टी कलेक्टर पद छोड़ा, कांग्रेस ने नहीं दिया टिकट।

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कांग्रेस बोली- सरकार बनने के बाद बहुत से अवसर मिलेंगे

इस मामले को लेकर प्रदेश में सियासत भी हो रही है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अवनीश बुंदेला ने कहा कि बीजेपी ठगने का काम करती है। कांग्रेस सरकार बनने के बाद बहुत से अवसर ऐसे मिलेंगे, जब पूरा सम्मान रखा जाएगा। पीसीसी चीफ कमलनाथ, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला की बात हुई है।

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अवनीश ने कहा कि कांग्रेस में सामाजिक समीकरण, पदाधिकारी की सहमति और सर्वे के आधार पर टिकट मिलता है। सभी को खुश नहीं किया जा सकता है। किसी भी दल से आए नेताओं को शर्तों के आधार पर कांग्रेस की सदस्यता नहीं दी जाती है। भाजपा समेत अन्य दलों की जन विरोधी रीति नीतियों और कांग्रेस से प्रभावित होकर नेताओं ने कांग्रेस ज्वाइन की। वरिष्ठ नेताओं से चर्चा के बाद कांग्रेस में दूसरे दल से शामिल हुए सभी जनप्रतिनिधि संतुष्ट है।

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भाजपा बोली- पार्टी में शामिल हुए कार्यकर्ताओं का रखा जाएगा सम्मान

वहीं बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता सचिन वर्मा ने कहा कि पार्टी पराया को भी अपना बनाने का काम करती है। अन्य दलों में प्रस्तुत किए गए जनप्रतिनिधियों का बीजेपी ने सम्मान रखा है। कांग्रेस ने वीरेंद्र रघुवंशी समेत कई नेताओं के साथ धोखेबाजी की। भाजपा में कभी भी किसी को आश्वासन या विश्वास के साथ इस बात की सदस्यता नहीं दिलाई गई कि उन्हें टिकट दिया जाएगा। सचिन ने कहा कि कांग्रेस में इस प्रकार की कई बातें और कई वीडियो सामने आए। कांग्रेस में सौदेबाजी हुई। अन्य दलों से बीजेपी में शामिल हुए कार्यकर्ताओं का सम्मान रखा जाएगा।

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