हेमंत शर्मा, इंदौर। साल 2008 में जिस संघ प्रचारक पर कैलाश विजयवर्गीय के समर्थकों ने हमला किया था। वहीं पूर्व संघ प्रचारक आज विजयवर्गीय के खिलाफ निर्दलीय के रूप में चुनाव मैदान में है। संघ प्रचारक के निर्दलीय मैदान में उतरने से कैलाश विजयवर्गीय हालत पतली नजर आ रही हैं।

इंदौर एक में त्रिकोणीय मुकाबला

इंदौर की विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 1 में त्रिकोणीय मुकाबला होता नजर आने लगा है। कांग्रेस से संजय शुक्ला, बीजेपी से कैलाश विजयवर्गीय और निर्दलीय मैदान में पूर्व संघ प्रचारक रहे अभय जैन उतर गए है। दरअसल, कैलाश विजयवर्गीय की अभय जैन से पुरानी रंजिश चली आ रही है। 12 अक्टूबर 2008 को जब कैलाश इंदौर के प्रभारी मंत्री थे, उनके घर के सामने मौन धरना देने के लिए अटल द्वार पर अभय जैन भीड़ के साथ एकत्रित हो रहे थे। इस दौरान एक भीड़ ने हमला कर दिया था।

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अभय जैन पर कैलाश समर्थकों ने किया था हमला

बताया जाता है यह भीड़ कैलाश विजयवर्गीय समर्थकों की थी। जिन्होंने अभय जैन पर हमला बोल दिया। इसके बाद अभय जैन को जेल भी जाना पड़ा था। अभय ने Lalluram.com से बात करते हुए बताया कि 2008 में जुलाई के फर्स्ट वीक में अमरनाथ यात्रियों पर एक आतंकी हमला हुआ था। जिसके बाद विश्व हिंदू परिषद ने भारत बंद का आह्वान कर दिया था। उस भारत बंद के आह्वान के दौरान खजराना क्षेत्र में दंगे फैल गए, उन दंगों के बाद एक मुकदमा हिंदू पर दर्ज हो गया था।

प्रभारी मंत्री के घर के सामने मौन धरने का किया था आह्वान

अभय जैन इसके विरोध में मैदान में उतर पड़े थे और 5 महीने तक मौन रैली धरना देते रहे, लेकिन जब हल नहीं निकला तो प्रभारी मंत्री के घर के सामने मौन धरना देने का आह्वान किया। जिसकी सूचना पुलिस प्रशासन को दे दी गई थी, लेकिन पुलिस प्रशासन और भीड़ के सामने ही हम पर हमला कर दिया। हमले का लाइव वीडियो भी कुछ लोगों के पास उपलब्ध था और उसके बाद हमें जेल भी जाना पड़ा था।

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कैलाश से कोई नारागजी नहीं

पूर्व प्रचारक का कहना है मेरी कैलाश विजयवर्गीय से जब भी कोई नाराजगी नहीं थी और आज भी कोई नाराजगी नहीं है, लेकिन हमारी पार्टी को रजिस्टर्ड हुए एक महीना ही हुआ है और हमारी पार्टी को मध्य प्रदेश में कोई नहीं जानता, लेकिन एक नंबर विधानसभा सीट काफी चर्चित सीट है। इस सीट से हमारी पार्टी भी चर्चाओं में आएगी। इसलिए एक नंबर विधानसभा सीट से हम निर्दलीय फिलहाल मैदान में उतरे हुए हैं।

इन सीटों पर भी पूर्व प्रचारक मैदान में

मध्य प्रदेश में तीन विधानसभा सीटों पर पूर्व प्रचारक मैदान में उतर गए हैं। इंदौर की विधानसभा सीट एक से अभय जैन और भोपाल की गोविंदपुरा विधानसभा सीट से विशाल और ग्वालियर से मनीष चुनावी मैदान में उतरे हैं। उन्होंने बताया कि हमारी पार्टी का नाम जनहित पार्टी है, जिसे अब हम लोगों तक पहुंचाने के लिए इस विधानसभा चुनाव में मैदान में उतर गए हैं।

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कैलाश की हालत पतली

वहीं दूसरी ओर संघ प्रचारक के निर्दलीय मैदान में उतरने से कैलाश विजयवर्गीय की हवा तो निकलती नजर आई रही है। कैलाश चिंतित भी है। पिछले कुछ दिनों से अपनी सभा में यह कहते नजर आए थे कि वह हेलीकॉप्टर से सभाएं करते हैं और कुछ सभाएं कार से करते हैं, लेकिन संघ प्रचारक के मैदान में उतरने से कैलाश विजयवर्गीय भी अब जमीन पर उतरते नजर आ सकते हैं।

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