भोपाल. एक तरफ जहां अधिकांश एक्जिट पोल मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाते नजर आ रहे हैं, ऐसे में भाजपा नेताओं की छटपटाहट भी सामने आ रही है, और अभी से हार का ठीकरा फोड़ते नजर आ रहे हैं. भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद रघुनंदन शर्मा ने कहा कि अगर बीजेपी हार जाती है, तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को उनकी ‘कोई माई का लाल नहीं’ टिप्पणी के लिए दोषी ठहराया जाना चाहिए.

दरअसल, वर्ष 2016 में भोपाल में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के सरकारी कर्मचारियों के एक संगठन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि कोई माई का लाल आरक्षण को खत्म नहीं कर सकता है. हालांकि, शर्मा ने मध्यप्रदेश में भाजपा की जीत का भरोसा जताते हुए कहा कि इसका श्रेय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को मिलना चाहिेए, क्योंकि वास्तव में उन्होंने बहुत कड़ी मेहनत की है. लेकिन यदि विपरित स्थिति बनती है तो उन्हें ही जिम्मा उठाना होगा, क्योंकि उनकी माई का लाल  टिप्पणी से हमें दस सीटों का नुकसान हुआ है.

सवर्णों के स्वाभिमान को पहुंची ठेस

शर्मा ने कहा कि चुनाव के दौरान मैं जहां भी गया वहां सवर्ण वर्ग ने मुख्यमंत्री के बयान को लेकर अपना विरोध जताया है. सवर्णों का मानना है कि मुख्यमंत्री की यह टिप्पणी अहंकार और अभिमान को दर्शाती है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की इस टिप्पणी से सवर्ण वर्ग के स्वाभिमान को ठेस पहुंची है.