भोपाल. मध्यप्रदेश में सीटों की संख्या में कांग्रेस से पिछड़ने और बहुमत से दूर रहने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को सुबह राज्यपाल आनंदीबेन को अपना इस्तीफा सौंप दिया. राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद पत्रकारों से चर्चा में अपने आप को मुक्त बताते हुए उन्होंने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को जीत के लिए बधाई दी.
मध्यप्रदेश में मंगलवार को सुबह इवीएम के खुलने के साथ ही भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर चल रही थी. आखिरकार भाजपा का कांटा 109 पर आकर टिक गया, वहीं कांग्रेस ने बढ़त बनाते हुए 114 सीट हासिल कर ली. इसके साथ ही बुधवार सुबह बसपा सुप्रीमो मायावती के मध्यप्रदेश के साथ राजस्थान में कांग्रेस को समर्थन देने और उसके बाद समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश के भी मध्यप्रदेश में कांग्रेस को समर्थन देने की घोषणा से मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने का रास्ता साफ हो गया.
इधर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने से पहले नरोत्तम मिश्रा के साथ पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि हम (भाजपा) सीटों में भले ही कम हो गए हैं, लेकिन वोटों की संख्या में कांग्रेस से ज्यादा हैं. लेकिन जनादेश का सम्मान करते हुए हम सरकार बनाने का कोई दावा नहीं करने जा रहे हैं और मैं राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने जा रहा हूं.