कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले ग्वालियर चंबल-अंचल में बागी नेताओं ने बीजेपी की टेशन बढ़ा दी है। यही कारण है कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह काफी चिंतित नजर आ रहे हैं। इसी कड़ी में सोमवार को भी शाह ग्वालियर पहुंचे, यहां निजी होटल में ग्वालियर चंबल संभाग के सभी संगठन पदाधिकारियों के साथ बैठक ले रहे हैं। इस बैठक में शाह के अलावा केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, भूपेंद्र यादव, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी शामिल हुए हैं।
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वहीं सूत्रों के हवाले से बैठक के अंदर से बड़ी खबर निकलकर सामने आई है। आयाजित बैठक में शाह ने जिलाध्यक्षों की जमकर क्लास ली है। साथ ही जनसंपर्क अभियान का भी ब्यौरा मांगा है। बैठक में शाह ने यह भी कहा कि लाडली बहना योजना का खूब बखान करने के निर्देश दिए है। जाहिर है चुनाव को देखते हुए शाह पूरे एक्शन में है, और वह गलती की कोई भी गुंजाइश नहीं छोड़ना चाहते है। लिहाजा नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं को चुनावी तैयारियों को लेकर कड़े निर्देश दिए है।
दरअसल ग्वालियर-चंबल इलाका बीजेपी के लिए लगातार सिरदर्द बना हुआ है. पहले सिंधिया के कारण पार्टी में विरोध था. अब टिकट वितरण से असंतोष है. इस इलाके की 34 में से 20 सीटों पर BJP को भितरघात की आशंका सता रही है।
2018 के चुनाव में 27 सीटें हार गयी थी बीजेपी
बता दें कि ग्वालियर चंबल में विधानसभा की 34 सीटें आती हैं। 2018 के चुनाव में BJP को 34 में से 27 सीटों पर हार मिली थी। लेकिन उसके बाद 2020 के उपचुनाव में उसने कांग्रेस से आए नेताओं को टिकट दिए और कांग्रेस से सीटें झटक लीं. अब BJP- CON के पास 17- 17 सीटें हैं।
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