कुमार इंदर,जबलपुर। महंगाई के दौर में मध्यप्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिली है. प्रदेश में फिलहाल बिजली के दाम नहीं बढ़ेंगे. बिजली कम्पनियों ने नियामक आयोग से टैरिफ याचिका वापस ले ली है. बिजली कम्पनियों ने नियम के विरुद्ध तरीके से विद्युत नियामक आयोग के समक्ष याचिकाएं दायर की थी.

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नए वित्तीय वर्ष के लिए बिजली कंपनियों ने बिजली की दरों को 10 प्रतिशत तक बढ़ाने का प्रस्ताव दिया था. इसके लिए तीन बिजली कम्पनियों ने नियम के विरुद्ध तरीके से विद्युत नियामक आयोग के समक्ष याचिकाएं दायर की थी. नियामक आयोग ने आदेश दिया है कि नियम के तहत नए सिरे से टेरिफ याचिकाएं दाखिल करें.

प्रदेश की पूर्व, मध्य और पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनियों ने आगामी वित्तीय वर्ष के लिए हजारों करोड़ रुपए का घाटा दर्शाया था. कंपनियों ने याचिका में दावा किया था कि उन्हें मौजूदा बिजली दर पर खर्च से कम राजस्व मिलेगा, जिसके लिए बिजली दरों में बढ़ोतरी करनी चाहिए.

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बता दें कि अगर बिजली की दरें बढ़ती तो उपभोक्ताओं को दो साल में तीसरा झटका लगता, इससे पहले दिसंबर 2020 को कंपनी ने बिजली की दरें बढ़ाई थी. दूसरी बार 30 जून 2021 में दर बढ़ाई गई थी. बिजली कंपनियों की ओर से यह टैरिफ याचिका दिसंबर मे दायर की गई थी.

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