शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्यप्रदेश में लगातार बढ़ती विद्युत दुर्घटनाओं पर ऊर्जा विभाग ने संज्ञान लिया है। ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव ने बिजली हादसा होने पर जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारियों पर FIR केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं। जिसका विरोध भी शुरू हो गया है। पीएस के आदेश के खिलाफ बिजली विभाग के कर्मी लामबंद हो गए हैं। कर्मचारियों ने सीएम शिवराज सिंह चौहान को लेटर लिखकर हादसे पर केस दर्ज न करवाने की मांग है। साथ ही चेतावनी दी है कि यदि केस दर्ज हुआ तो वे तुरंत कामबंद कर देंगे।

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दरअसल, हाल ही में जबलपुर में हुई समीक्षा बैठक में ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव संजय दुबे ने फील्ड में सुधार कार्य के दौरान बढ़ रही विद्युत दुर्घटनाओं को गंभीरता जताई थी। साथ ही उन्होंने निर्देश दिए हैं कि भविष्य में अब ऐसी किसी भी घटना की जिम्मेदारी तय करते हुए संबंधित अधिकारी पर एफआईआर दर्ज कराई जाए। उन्होंने हाल में हुई दुर्घटना के लिए अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर धारा 304 ए के तहत मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं| लेकिन बिजली अधिकारी-कर्मचारियों ने इस आदेश पर आपत्ति दर्ज कराई है।

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बिजली विभाग के अधिकारी- कर्मचारी का नेतृत्व करने वाले यूनाइटेड फोरम ने सीएम को पत्र लिखा है। जिसमें कहा है कि बिजली विभाग में अनुभवी कर्चारियों की कमी है। इस कारण विद्युत व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित नहीं हो पा रही है। साथ ही दुर्घटनाएं भी बढ़ रही है, कमी छुपाने के लिए जिम्मेदार अधिकारी मैदानी स्तर पर दबाव डाल रहे हैं। बिना जांच के कार्रवाई करना गलत है। यदि किसी भी अधिकारी, कर्मचारी पर गैर इरादतन हत्या का प्रकरण दर्ज किया गया तो उस क्षेत्र में काम बंद कर दिया जाएगा।

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