राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्यप्रदेश प्रदेश में बीते दिनों हुई बारिश ने जमकर तबाही मचाई है। मूसलाधार बारिश में कई गांव पूरी तरह डूब गए। सैकड़ों परिवार बेघर हो गए। हजारों एकड़ की फसल बारिश की भेंट चढ़ गई। खाने-पीने की चीजें बर्बाद हो गईं। वहीं बाढ़ के कहर के बीच सरकार हाई अलर्ट मोड में है। जल्द ही पीड़ितों को राहत राशि मिलने वाली है।

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दरअसल, आज सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने मंत्रालय में अधिकारियों के साथ बाढ़ को लेकर मीटिंग की। इस दौरान सीएम ने जल्द बाढ़ से हुए नुकसान का सर्वे करने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने कहा कि बाढ़ से बड़ा नुकसान हुआ है। आठ से 10 जिलों में फसलें बर्बाद हो गईं। रायसेन, विदिशा, गुना, सीहोर, छिंदवाड़ा, बालाघाट, भिंड, मुरैना और राजगढ़ में भारी नुकसान हुआ है। जल्द सर्वे कर पीड़ितों की मदद की जाए।

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सीएम ने कहा कि मुरैना से फिलहाल राहत की खबर आई है। चंबल का जलस्तर घट रहा है। वहीं विदिशा में बेतवा खतरे के निशान से 13 फीट नीचे बह रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में युद्ध स्तर पर बिजली बहाली का कार्य जारी है। श्योपुर के डूब प्रभावित क्षेत्रों में अभी भी दिक्कत है, लेकिन कार्य तीव्र गति से जारी है। सीएम ने अधिकारियों को 24 घंटे मनीटरिंग करने के निर्देश दिए। बता दें कि कल सीएम ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया था।

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