शब्बीर अहमद,भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है. मंदिर में हनुमान जी आर्शीवाद लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ पैदल चलकर कांग्रेस दफ्तर पहुंचे. जहां पीसीसी चीफ कमलनाथ ने दीपक जोशी को कांग्रेस की सदस्यता दिलाई और पार्टी में स्वागत किया. दीपक ने बीजेपी पर कई आरोप भी लगाए हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी में मेरा कोई सुनने वाला नहीं था. मैं कांग्रेस में सिर्फ अपमान के कारण आया. कोई राजनीतिक फायदे के लिए नहीं.

बीजेपी में सम्मान नहीं मिला, इसलिए कांग्रेस ज्वाइन की. देवास की किसी सीट से चुनाव नहीं लड़ूंगा. कमलनाथ पदयात्रा के लिए कहेंगे, तो वो करूंगा. मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार का बोलबाला है. कांग्रेस पार्टी ने हमारे परिवार का हमेशा सम्मान किया. कांग्रेस के किसी कार्यकर्ता का हक नहीं मारूंगा. हमारा तो मेरे पिताजी की राजनीति के खिलाफ है.

जोशी परिवार को मिला 14 बार टिकट

बीजेपी की ओर से जोशी परिवार को 14 बार टिकट मिला है. बीजेपी ने दीपक जोशी को तीन बार टिकट दिया है. शिवराज सरकार में जोशी स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री भी रहे हैं. दीपक जोशी के पिता कैलाश जोशी आठ बार विधायक चुने गए थे. दो बार लोकसभा तो एक बार राज्यसभा भी पहुंचे. 24 जून 1977 से 17 जनवरी 1978 तक मुख्यमंत्री भी रहे हैं.

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बीजेपी में मेरा कोई सुनने वाला नहीं था

कांग्रेस में शामिल होने के बाद दीपक जोशी ने कहा कि मैं जनसंघ का दीपक हूँ. 40 साल तक मेरे पिताजी चुनाव लड़े हैं. बागली से पिताजी ने चुनाव लड़ा था. मैंने छात्र राजनीति भी साफ सुथरी की. मैंने हारने के बाद भी किसी की शिकायत नहीं की. 2018 बीजेपी में काफी बदलाव आया. कमलनाथ को लोग उद्योगपति कहते हैं. उनके पिताजी उद्योगपति थे, तो वह भी उद्योगपति हैं और नकुलनाथ भी रहेंगे. बीजेपी में मेरा कोई सुनने वाला नहीं था.

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कमलनाथ ने 3 मिनट में जमीन आवंटित की, बीजेपी नहीं जाना हाल चाल

पिछले 2 साल से कैलाश जोशी के स्मारक की मांग कर रहा था. कमलनाथ सरकार ने पिताजी के लिए जमीन आवंटित की थी. सिर्फ 3 मिनट में सब कुछ किया. दीपक जोशी ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी के नेताओं ने हाल-चाल नहीं जाना. कांग्रेस के बड़े नेता हमेशा फोन लगाकर हालचाल पूछते थे. सही इलाज नहीं मिलने के कारण मेरी पत्नी का कोरोना के कारण मौत हो गई.

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मैं कांग्रेस में सिर्फ अपमान के कारण आया, कोई राजनीतिक फायदे के लिए नहीं

मध्यप्रदेश भ्रष्टाचार के मामले में कर्नाटक से आगे निकल गया है. यहां 40 नहीं 80 फीसदी कमीशन देना पड़ता है. कॉलेज का नाम तक पिता जी के नाम नहीं रखा गया. वहां के विधायक को खुश करने के लिए ये किया गया. छात्र राजनीति में मेरे साथ रहे. अभी के कांग्रेस नेताओं ने मुझे कांग्रेस में आने के लिए कहाँ. मुख्यमंत्री जहां से पढ़े वहां का मैं छात्र अध्यक्ष रहा हूं. मैं कांग्रेस में सिर्फ अपमान के कारण आया. कोई राजनीतिक फायदे के लिए नहीं आया. घोटालों की बात करें, तो कोई सुनने को तैयार नहीं है. मैं मुख्यमंत्री का भाई नहीं हूं. भले वो मुझे भाई माने.

राजनीतिक संत के विरासत का मैं सम्मान करूंगा- कमलनाथ

पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा कि राजनीतिक संत के विरासत का मैं सम्मान करूंगा. कांग्रेस में आने को लेकर हमारी 3 दिन पहले बात हुई. 10 साल तक कैलाश जोशी मेरे साथ संसद में रहे. मैं हमेशा सोचता था राजनीति में इतने सीधे लोग कैसे हो सकते हैं. मैंने दीपक जोशी के लिए नहीं राजनीतिक संत के लिए जमीन आवंटित किया.

मैं सौदे की राजनीति नहीं करता- कमलनाथ

आज हमें सोचना चाहिए राजनीति आज कहाँ पहुंच गई है. आज का दिन राजनीति के लिये ऐतिहासिक दिन कांग्रेस के लिए नहीं है. सच्चाई का साथ देने वालों का कांग्रेस में स्वागत है. जब दीपक जोशी ने कहा कि मुझे टिकट नहीं चाहिए, तो आश्चर्य हुआ. आज कई नेता आते है. कांग्रेस में आ जाता हूँ, लेकिन टिकट चाहिए. मैं सौदे की राजनीति नहीं करता. सौदे से में मेरी गद्दी बचा सकता था. कई लोग मेरे पास आते थे, उस वक़्त करोड़ो लेकर आए. ये बताने के लिए की बीजेपी ने इतना पैसा दिया. बुधनी के टिकट पर बाद में फैसला होगा.

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