कर्ण मिश्र, ग्वालियर. मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक है और किसानों को लेकर जमकर सियासत भी हो रही है. इसी बीच मध्य प्रदेश सरकार राष्ट्रीय कृषि मेलों का आयोजन कर किसानों के बीच अपनी पैठ बनाने की कोशिश कर रही है, तो वहीं इस पर कांग्रेस BJP सरकार पर तंज कसा रही है.

दरअसल, विधानसभा चुनाव से ठीक पहले 17 करोड़ लागत वाली मध्य प्रदेश में प्रदेश की एयरोपोनिक लैब का भूमिपूजन हुआ है. जहां हवा पानी के ही आलू के उन्नत बीज तैयार किये जायेंगे. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने ग्वालियर में आयोजित राष्ट्रीय कृषि मेले का शुभारंभ करते हुए इस मौके पर लैब का भूमिपूजन किया. इसके साथ ही हाईटेक नर्सरी का भूमि पूजन भी किया है.

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केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ ही प्रदेश सरकार में उद्यानकी मंत्री भारत सिंह कुशवाह का भी मानना है कि कृषि क्षेत्र में लगातार नए नवाचार किया जा रहे हैं. इसी कड़ी में किसानों को बेहतर उन्नत बीज मिल सके. इसके साथ ही अच्छी और उन्नत किस्म की पौध तैयार हो इसको लेकर सरकार ने यह प्रयास किया है. जिसके चलते किसानो को बड़ा लाभ होगा.

एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी किसानों के लिए नए नवाचार की बात कर रही है, तो वहीं कांग्रेस इस पर तीखा हमला कर रही है. कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता राम पाण्डेय का कहना है कि बीजेपी की सरकार किसानों के साथ सिर्फ धोखा और छलावा कर रही है, जबकि कांग्रेस कि तत्कालीन केंद्र सरकार के साथ 15 महीने की कमलनाथ सरकार ने किसानों को मजबूत बनाने का हर संभव प्रयास किया. चुनावी मौसम में बीजेपी कितने भी प्रयास कर ले, लेकिन चुनाव के वक्त किसान कांग्रेस के साथ ही खड़ा नजर आएगा और एक बार फिर कांग्रेस की सरकार बनबायेंगे.

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बता दें कि मध्य प्रदेश में कुल किसानों में से लगभग 76 लाख किसान ऐसे हैं, जिनके पास कम कृषि भूमि है. जीरो से ढाई एकड़ तक भूमि वाले 48 लाख किसान हैं. ढाई से 5 एकड़ भूमि वाले किसानों की संख्या लगभग 28 लाख हैं.

गौरतलब है कि मंदसौर में 6 जून 2017 को किसान आंदोलन के दौरान 5 किसानों की मौत हो गई थी. जिसके बाद कांग्रेस ने इस मुद्दे को खूब उठाया था और इसका खामियाजा BJP सरकार को सत्ता से बेदखल होकर उठाना पड़ा था, लेकिन इस बार BJP पूरी तरह से तैयार है. यही वजह है की प्रदेश भर में राष्ट्रीय कृषि मेलों के आयोजन के साथ ही किसानों के हित से जुड़े महत्वपूर्ण कदम सरकार ने उठाए हैं, जिनमें सबसे बड़ा मास्टर स्ट्रोक किसान कर्ज माफी का रहा. इसके बाद अब हाईटेक नर्सरी के जरिए उन्नत किस्म की पौध तैयार करने के साथ ही एयरोपोनिक लैब का कदम सरकार ने आगे उठाया है. ऐसे में देखना होगा कि 2023 के चुनाव में MP का किसान किसके साथ खड़ा नजर आता है.