अजय शर्मा, भोपाल। मध्यप्रदेश में इन दिनों शराबबंदी को लेकर सियासी पारा चढ़ा हुआ है. सरकार ने नई शराब नीति बनाई है, जिस लेकर कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कांग्रस ने निशाने पर सबसे ज्यादा उमा भारती हैं, क्योंकि उन्होंने शराबबंदी को लेकर आंदोलन की बात कही थी. वहीं कांग्रेस के सवालों का उमा भारती ने जवाब दिया है. बीजेपी की फायर ब्रांड नेता उमा भारती ने ट्वीट कर लिखा है कि प्रदेश में शराबबंदी होकर ही रहेगी. उनकी आरएसएस के वरिष्ठ स्वयंसेवकों और सीएम से इस मुद्दे पर बात हो गई है. वो 14 फरवरी के बाद अभियान शुरू करेंगीं.

उमा भारती ने शराबबंदी को लेकर ट्वीट कर लिखा है कि मेरी आरएसएस (RSS) के वरिष्ठ स्वयंसेवकों, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और सीएम शिवराज सिंह चौहान से प्रथम चरण की बातचीच हो गई है. अगला चरण 14 फरवरी के बाद प्रारंभ करूंगी. साथ ही उन्होंने कहा है कि प्रदेश में शराबबंदी, नशाबंदी होकर ही रहेगी.

उमा भरती ने ये भी साफ किया है कि हमारा शराबबंदी का अभियान सरकार के खिलाफ नहीं हैं. शराब और नशे के खिलाफ हैं. साथ ही उन्होंने लिखा है कि बीजेपी, कांग्रेस और सरकार में बैठे हुए लोगों को समझा पाना भी एक कठिन काम हैं.

दरअसल उभा भारती ने 15 जनवरी के बाद शराबबंदी को लेकर आंदोलन करने का ऐलान किया था, लेकिन सरकार ने शराबबंदी करने की बजाए नई शराब नीति बना दी, जिसमें शराब सस्ती और घर में शराब रखने की लिमिट बढ़ा दी है. सरकार के इसी फैसले को लेकर कांग्रेस हमलावर है  इंदौर में उमा भारती के गायब होने के पोस्टर लगाए गए है. इससे पहले पूर्व मंत्री तरूण भनोट, दिग्विजय सिंह समेत कई कांग्रेस नेताओं ने निशाना साधा था.

नई शराब नीति पर सियासतः कांग्रेस ने उमा भारती के गायब होने के लगाए पोस्टर, शराबबंदी का आंदोलन दिलाया याद

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