कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में ग्वाल नगर योजना को धरातल पर लाने के लिए नगर निगम में एक बार फिर से कवायत शुरू कर दी है. इसको लेकर 236 दूध डेयरियों को शहर से बाहर किया जाना है. पहले चरण में 10 से ज्यादा पशुओं वाली डेयरियों को बाहर किया जाएगा. नगर निगम ने 40 दूध डेयरी संचालकों को नोटिस जारी किया है, इस नोटिस के तहत डेयरी संचालकों को वाला नगर में जाना होगा. वहीं अगले चरण में 10 से कम पशुओं वाली दूध डेरी ग्वाला नगर शिफ्ट की जाएगी. शहर के चार ग्वाला नगर तैयार किए है, जहां प्लाट भी आवंटित किए जा चुके है.

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दरअसल, स्वच्छता सर्वे 2024 में टॉप 10 आने की कवायद ग्वालियर नगर निगम प्रशासन ने शुरू कर दी है. निगम 18 साल में भी दूध डेयरियों का संचालन शहर के बाहरी क्षेत्र में नहीं करा पाया है. यही कारण है कि ग्वाला नगर बसाहट भी ठंडे बस्ते में बनी रही, लेकिन अब शहर के अंदर संचालित ऐसे दूध डेयरी जिन्होंने 10 से अधिक पशु पाल रखे हैं. उन्हें पहले चरण में शहर से बाहर ग्वाला नगर में शिफ्ट करने की योजना बनाई है.

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शहर में करीब 700 दूध डेयरी संचालित हैं. इनमें से नगर निगम ने 236 दूध डेयरी को चिन्हित किया है. 40 दूध डेयरी संचालकों को नोटिस जारी किया गया है. इस मामले को लेकर नगर निगम के डिप्टी कमिश्नर अमरसत्य गुप्ता ने स्वास्थ्य विभाग और स्वच्छ सर्वेक्षण टीम के साथ बैठक की है. शहर के चारों दिशाओं में ग्वाला नगर बसाएं जाएंगे. इनमें बरौआ, अलीनगर और रतवई भी शामिल है.

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