कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। ग्वालियर पुलिस ने केंद्रीय मंत्री के नाम पर फ़्रॉड करने वाला एक शातिर कतिथ बाबा को गिरफ्तार किया है। फ्रॉड करने वाले आचार्य पुष्पेंद्र दीक्षित ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के नाम से फ्रॉड किया था। पुलिस ने आरोपी को डबरा के ऊदलपाड़ा गांव से गिरफ्तार किया है।आरोपी से पांच मोबाइल और कई सिम कार्ड बरामद किये गए है। आरोपी कतिथ बाबा केंद्रीयमंत्री का हवाला देकर अफसरों के ट्रांसफर करवाता था। उसने केन्द्रीयमंत्री का निजी सचिव बताकर MP के DGP से दो TI के ट्रांसफर के लिए मेसेज किए थे। TI विनय यादव और पंकज त्यागी के ट्रांसफर के लिए DGP को मेसेज किये थे। IG ने दोनों TI को भी निलंबित किया है।दिसम्बर 2016 में भी आरोपी पुष्पेंद्र ने विदेश मंत्रालय का फर्जी पत्र के आधार पर BSF कर्मचारियों का ट्रांसफर कराया था। तत्कालीन समय खुलासा होने पर आरोपी पुष्पेंद्र दीक्षित पर दिल्ली में भी केस दर्ज हुआ था।

EXCLUSIVE: ग्वालियर में शावकों ने लिया जन्म, इधर नाम की रेस में BJP के दिग्गज नेता, लोगों ने सुझाए शिवराज, ज्योतिरादित्य, इमरती जैसे नाम, कांग्रेस बोली- जनता चाहती है इन्हें चिड़ियाघर में बंद कर दें

दरअसल ग्वालियर क्राइम ब्रांच को पुलिस मुख्यालय से जानकारी मिली थी कि ग्वालियर के डबरा तहसील अंतर्गत उदलपाड़ा गांव का रहने वाला पुष्पेंद्र दीक्षित बेहद ही शातिर ढंग से एक बड़ा फर्जीवाडा कर रहा है। खुद को आचार्य बताने वाला पुष्पेंद्र दीक्षित भारत सरकार के मंत्रियों और जनप्रतिनिधि के साथ ही उनके सचिव के रूप में खुद की पहचान बताता है।  जिसके जरिये वह पुलिस विभाग सहित अन्य विभागों में पदस्थ कर्मचारियों के स्थानांतरण के लिए जाली दस्तावेज बनाकर विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को भेजता था।  ताकि कर्मचारियों का ट्रांसफर हो सके। पुलिस ने इस मामले में तब एक्शन लिया जब पुष्पेंद्र दीक्षित ने MP DGP , विशेष पुलिस महानिदेशक प्रशासन मध्य प्रदेश को भी केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के निस सचिव जय किशन बनकर कोर्ट रस्त दस्तावेज के आधार पर ली गई सिम का उपयोग किया और ग्वालियर चंबल अंचल में पदस्थ दो थाना प्रभारी के ट्रांसफर के लिए मैसेज भेज दिया। 

भेजे गए मैसेज में शिवपुरी जिले में पदस्थ टीआई विनय यादव का ट्रांसफर भिंड जिले में करने और गुना जिले में पदस्थ टीआई पंकज त्यागी का ट्रांसफर ग्वालियर जिले में करने के लिए निर्देश दिए गए। इसके बाद पुष्पेंद्र दीक्षित ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का नाम लेकर फिर से कुछ दिनों बाद दोनों टीआई के ट्रांसफर की स्थिति की रिपोर्ट मांगी। ऐसे में पुलिस मुख्यालय ने ग्वालियर क्राइम ब्रांच को एक्टिव किया। वहीं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के दिल्ली स्थित दफ्तर पर संपर्क किया तो पूरे फ्रॉड का खुलासा हो गया। केंद्रीय मंत्री के निज सचिव से जब बात की गई तो उसके द्वारा इस तरह का कोई भी मैसेज करने की बात से इनकार किया।  लिहाजा ग्वालियर आईजी अरविंद सक्सेना के निर्देश पर पुष्पेंद्र दीक्षित की गिरफ्तारी के लिए टीम भेजी गई और उसे डबरा के पास उदलपाड़ा गांव से गिरफ्तार कर लिया गया।

MP में उच्च शिक्षा विभाग का नया फरमान: पीएम एक्सीलेंस कॉलेज में पढ़ाने के लिए प्रफेसरों का क्राइटेरिया तय, प्रिंसिपल के लिए 10 साल अनिवार्य  

पूछताछ में आरोपी पुष्पेंद्र दीक्षित ने पुलिस को बताया कि वह धार्मिक वेशभूषा में रहकर बड़े-बड़े नेता अभिनेता और अधिकारियों से मुलाकात करता था। उनके साथ फोटो खिंचवाकर उन्हें अपनी फेसबुक आईडी पर भी अपलोड करता था। जिससे लोग उससे प्रभावित होते थे। पुलिस ने जब आरोपी पुष्पेंद्र दीक्षित के पुराने रिकॉर्ड की छानबीन की तो यह भी खुलासा हुआ कि उसने दिसंबर 2016 में भी तत्कालीन केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के कार्यालय के माध्यम से अर्ध शासकीय पत्र जारी किया था। यह पत्र सीमा सुरक्षा बल के डीजी नई दिल्ली को भेजा गया जिसमें बीएसएफ के कर्मचारियों के स्थानांतरण के लिए निर्देश दिए गए थे। लेकिन उस दौरान भी जब जारी किए गए लीटर की जांच की गई तो मालूम हुआ कि वह कोर्ट रचित फर्जी लेटर था।  ऐसे में दक्षिण दिल्ली के लोधी कॉलोनी थाना पुलिस ने पुष्पेंद्र दीक्षित के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया था और इसकी चार सीट भी न्यायालय में पेश की  थी।

फिलहाल ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने आरोपी पुष्पेंद्र दीक्षित के घर और ऑफिस से पांच मोबाइल ₹100000 नगदी कई आधार कार्ड और अन्य विभागों के लिए बनाए गए लेटर जप्त किए हैं।  पुलिस आरोपी के मोबाइल से और अधिक जानकारी निकालने की कोशिश कर रही है। पुलिस ने पुष्पेंद्र दीक्षित के खिलाफ बीएनएस की अलग-अलग एक दर्जन धाराओं में धोखाधड़ी और आईटी एक्ट में मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया है।  वही शिवपुरी जिले के बैराड़ थाना प्रभारी विनय यादव और गुना जिले के जामनेर थाना प्रभारी पंकज त्यागी को आरोपी से संपर्क में रहकर अपनी मनचाही जगह पर पोस्टिंग करने के लिए अनुशंसा कराने के मामले में कार्रवाई के दायरे में लिया गया और इसे विभागीय कदाचरण मानते हुए ग्वालियर आईजी ने दोनों को निलंबित किया है।

कैलाश विजयवर्गीय को इंदौर के कांग्रेस कार्यालय में गुलाब जामुन खिलाने का मामला: शहर अध्यक्ष 7 दिनों के लिए निलंबन से मुक्त, पद से हटाने की चर्चा तेज

गौरतलब है कि आरोपी पुष्पेंद्र दीक्षित खुद को आचार्य बताकर धार्मिक अनुष्ठान और पूजा पाठ के जरिए मनचाहा काम होने की गारंटी देता था। सोशल मीडिया पर वह अपने फोटो अपलोड करता था। पुष्पेंद्र दीक्षित की सोशल मीडिया पर फिल्म अभिनेता सलमान खान, संजय दत्त कपिल शर्मा के साथ फोटो मिले हैं। इसके अलावा राजनेताओं के फोटो पर गौर किया गया तो केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, राजनाथ सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, नितिन गडकरी सहित अन्य केंद्रीय मंत्रियों के साथ फोटो मिले। आरोपी की पहुंच केंद्रीय मंत्रियों तक ही सीमित नहीं थी उसने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के साथ भी फोटो अपलोड किये। पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और मध्य प्रदेश सरकार के दर्जनों कैबिनेट मंत्रियों और संगठन के नेताओं के साथ भी फोटो डाले। 

फिलहाल पुलिस इस बात की जांच में जुटी हुई है कि उसके द्वारा कूट रचित दस्तावेज तैयार कर आखिर कहां-कहां इस तरह का फ्रॉड किया है। पुलिस ने आशंका जताई है कि आरोपी पुष्पेंद्र दीक्षित के मोबाइल और लैपटॉप के जरिए कई अहम सुराग मिलने के साथ के बड़े खुलासे हो सकते हैं।

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m