कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। फर्जी दस्तावेज पर MBBS की डुप्लीकेट डिग्री देने का मामले में जीवाजी यूनिवर्सिटी ने पुलिस को अब तक रिकार्ड उपलब्ध नहीं कराया है। पुलिस ने जीवाजी से पांच साल में कितनी MBBS की डिग्री निकाली गईं है, इसका रिकॉर्ड मांगा था। फिलहाल पुलिस जीवाजी यूनिवर्सिटी के 3 कर्मचारियों से पूछताछ कर रही है। दरअसल, महाराष्ट्र की लड़की गजराराजा मेडिकल कॉलेज से फर्जी दस्तावेजों से MBBS की डिग्री लेने आई थी।
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महाराष्ट्र की प्रतीक्षा दायमा को प्रतीक्षा शर्मा की डुप्लीकेट डिग्री दी गई थी। हैरत वाली बात ये है कि महज एक हज़ार की एवज में एक दिन में ही डुप्लीकेट डिग्री बन गई थी। इसके बाद आरोपी 2 साल से महाराष्ट्र में फर्जी डिग्री से नौकरी कर रही थी।
गजराजा मेडिकल कॉलेज में भी MBBS की डिग्री की कोशिश में आरोपी पकड़ाई थी।आरोपी प्रतीक्षा दायमा और उसके दोस्त मोहम्मद शरीफ के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। मामले में और भी कई बड़े खुलासे हो सकते है। इधर पुलिस के इस खुलासे के बाद अब छात्र संगठनों ने जीवाजी विश्वविद्यालय के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वहीं जीवाजी विश्वविद्यालय ने भी इस मामले की जांच के लिए कमेटी बना दी।
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