कर्ण मिश्रा, ग्वालियर/कपिल शर्मा, हरदा। आरएसएस चीफ मोहन भागवत के द्वारा ब्राह्मणों को लेकर दिए गए बयान का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में मोहन भागवत के खिलाफ थाने में शिकायती आवेदन देकर FIR की मांग की गई है। यह शिकायती आवेदन ब्राह्मण समाज के एडवोकेट्स ने दिया है।
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दरअसल, बड़ी संख्या में ग्वालियर के इंदरगंज थाना पहुंचे ब्राह्मण अधिवक्ताओं ने थाना प्रभारी अनिल भदौरिया को शिकायती आवेदन सौंपते हुए करवाई की मांग की है। आवेदन में बताया गया है कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास किया गया है, इसके चलते जातियों के बीच वैमनस्यता बढ़ने की संभावना है, ऐसे में उनका यह कृत्य IPC की धारा 153A,153B,295 और 507 के तहत आता है, लिहाजा इन धाराओं में मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
वहीं इस मामले में थाना प्रभारी का कहना है कि मामले की जांच के बाद आगे इस पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं शिकायतकर्ता की ओर से यह भी कहा गया है कि यदि पुलिस कार्रवाई नहीं करेगी तो वह इस मामले में कोर्ट में परिवाद दायर करेंगे।
संत पुजारी संघ और परशुराम सेना ने फूंका पुतला
इधर, मध्य प्रदेश के हरदा में संत पुजारी संघ और परशुराम सेना ने स्थानीय परशुराम चौक पर मोहन भागवत का पुतला दहन किया। संत पुजारी महासंघ के प्रदेश प्रकोष्ठ अध्यक्ष लक्ष्मणाचार्य ने कहा कि ईश्वर के द्वारा वर्ण बनाए गए हैं। सनातन धर्म को पहले समझे उसके बाद कोई बात कहे। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने जातिगत धर्म की बात कही है। वह गलत है। इसलिए ब्राह्मण समाज समेत सभी समाज में आक्रोश है। हम किसी समाज का विरोध नहीं कर रहे हैं।
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