कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। ग्वालियर जिले के बिलौआ में बाबा साहब की मूर्ति स्थापित करने पर विवाद हो गया। बहादुरपुर वार्ड में बहुजन समाज के लोगों ने सरकारी जमीन पर बाबा साहब की प्रतिमा स्थापित कर दी, जबकि वह जमीन गौशाला के लिए प्रस्तावित थी। ऐसे में सरकारी जमीन से मूर्ति हटाने की सलाह देने पहुंची पूर्वमंत्री इमरती देवी की स्थानीय महिलाओं से तीखी बहस हो गई। इमरती देवी ने लोगों को गौशाला की जमीन से मूर्ति हटाने के लिए जब कहा तो यह बात सुनकर महिलाओं ने इमरती को खरी खोटी सुनाना शुरू कर दिया।महिलाओं का गुस्सा इस कदर पारा पकड़ा कि उन्होंने इमरती को चप्पल की माला पहनाने तक की धमकी दे डाली। जिसका वीडियो भी सामने आया है।

VIDEO में ग्रामीण महिलाएं कहती नजर आई कि “पहले हमये पांव छूअती तुम, अब छू रहे हम फिरऊ हमई नई हो रई कोउ सुनबाई, अब हम पांव न छुए चप्पल की माला डालें”। चप्पल की माला पहनाने की बात सुनते ही इमरती देवी भड़क गई और इमरती देवी ने महिलाओं को डांट फटकार लगा दी।

दरअसल, कुछ दिनों पहले ही भितरवार के गोहिंदा गांव में इमरती देवी का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह कहती नजर आ रही थी कि उन्होंने सरकारी जमीन पर बाबासाहेब की मूर्तियां लगवाई है, ऐसे में जहां भी सरकारी जमीन दिखे वहां पर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की मूर्तियां लगानी चाहिए। यह घटनाक्रम को बीते हुए कुछ दिन ही हुए थे कि बिलौआ के बहादुरपुर वार्ड में गौशाला के लिए प्रस्तावित सरकारी जमीन पर मूर्ति को बहुजन समाज के लोगों द्वारा लगा दिया गया। इस बात की जानकारी जब अन्य समाज के लोगों को लगी तो उन्होंने इसका विरोध किया। मामला तूल पकड़ा तो प्रशासन के पास भी जानकारी पहुंची और वह वहां पर पहुंच गया। सूचना मिलने पर पूर्व मंत्री इमरती देवी भी पहुंचीं गई और लोगों के विरोध को देखते हुए मूर्ति हटाने की बात कहने लगी। इस बात को सुनते ही बहुजन समाज की महिलाओं का गुस्सा फूट गया और उन्होंने इमरती देवी से कहा कि पहले आप हमारे पैर छुआ करती थी और कहती थी कि हर समस्या की सुनवाई होगी, लेकिन अब हमारी समस्या का कोई ध्यान नहीं देती हो, अब हम पैर नहीं छुएंगे, चप्पल की माला पहनाएंगे, जिसे सुनकर इमरती देवी भी भड़क उठी।

बता दें कि बिलौआ के बहादुरपुरा वार्ड में शासकीय भूमि थी, जिस पर गौशाला निर्माण होना था। इसके लिए नगर परिषद में बाकायदा 28 लाख रुपय भी स्वीकृत हो चुके थे और सोमवार सुबह उसका भूमि पूजन पूर्व मंत्री एवं लघु उद्योग निगम की अध्यक्ष इमरती देवी को करना था पर रविवार देर रात वहीं पर निवास करने वाले कुछ लोगों द्वारा डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित कर दी गई। सुबह जब प्रतिमा दिखी तो लोगों की भीड़ लगातार बढ़ती चली गई। मामले ने तूल पकड़ा तो पुलिस प्रशासन और स्थानीय वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए और लोगों को समझाने का प्रयास भी किया गया पर स्थिति नियंत्रण से बाहर जाती रही। बाद में पूर्व मंत्री इमरती देवी भी लोगों के बीच पहुंच गई। उनकी भी महिलाओं से खूब नोकझोंक हुई। बाद में प्रशासन ने मूर्ति को जिला कलेक्टर के आदेश से हटाकर नगर परिषद बिलौआ की सुपुर्दगी में रखवा दिया है।

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