कर्ण, मिश्रा, ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में सामूहिक कथित आत्महत्या मामले में रहस्य गहराने लगा है. मृतकों के परिजनों ने मुरार के बारादरी चौराहे पर तीनों के शव रखकर जाम लगा दिया. परिजन आरोपी बिजनेस पार्टनर देवेंद्र पाठक को गिरफ्तार कर उसका घर तोड़ने की मांग कर रहे थे. जाम की खबर लगते ही पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और न्यायिक जांच का आश्वासन दिया. इसके बाद उन्होंने जाम खत्म किया.

शहर के हुरावली इलाके में रविवार को बिल्डर जितेंद्र झा, उनकी पत्नी  त्रिवेणी झा और 17 साल के इकलौते बेटे अंचल का शव फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला था. यह मामला पुलिस के लिए एक बड़ी अनसुलझी गुत्थी बन गया है. पुलिस इस मामले की जांच आत्महत्या और हत्या दोनों एंगल से कर रही है. वहीं, मौके से सुसाइड नोट भी पुलिस के हाथ लगा है. जिसमें मृतक बिल्डर जितेंद्र ने बिजनेस पार्टनर देवेंद्र पाठक मौत का जिम्मेदार ठहराया है.

सामूहिक आत्महत्या मामले में आया ट्विस्ट: किचन में खून के बूंद खोलेंगे राज, पुलिस के लिए बना अनसुलझी गुत्थी, लेकिन सुसाइड नोट में लिखी मिली ये बड़ी बात….जानिए मर्डर मिस्ट्री

ये है पूरा मामला

दरअसल, शहर के सिरोल थाना क्षेत्र के अंतर्गत एच ब्लॉक में बिल्डर जितेंद्र झा अपनी पत्नी त्रिवेणी झा और इकलौते बेटे अंचल झा के साथ रहते थे. रविवार को पुलिस को सूचना मिली कि घर के अंदर तीनों के सब फांसी के फंदे पर लटके हुए हैं. मौके पर पहुंचे पुलिस के अधिकारियों ने जब इस तस्वीर को देखा तो मौत का दिल दहला देने वाला मंजर सामने था. जितेंद्र, त्रिवेणी और अचल तीनों के शव फांसी के फंदे से लटके हुए थे, वहीं जितेंद्र के दोनों हाथों की कलाइयों की नस चाकू से काटी गई थी और खून पूरे घर में बिखरा पड़ा हुआ था. तत्काल फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की गई तो शुरुआती जांच में घटना आत्महत्या की लगी लेकिन जब घर के अंदर से सुसाइड नोट बरामद हुआ तो उसने आत्महत्या की सुई हत्या की ओर मोड़ दी.

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सुसाइड नोट में ये लिखा

पुलिस के हाथ आए सुसाइड नोट में जितेंद्र ने लिखा कि “मेरे बेटे की मौत का जिम्मेदार देवेंद्र पाठक है देवेंद्र पाठक साक्षी अपार्टमेंट के सामने वाली कॉलोनी में रहता है देवेंद्र ने मेरे बेटे को बहुत परेशान किया था. इस वजह से उसने फांसी लगाई, देवेंद्र को कड़ी सजा दी जाए. यह आत्महत्या नहीं है.” सुसाइड नोट के पिछले हिस्से पर पुलिस को 9 लाख रुपये के लेनदेन का हिसाब भी मिला है यह रुपए मृतक जितेंद्र झा को अपने बिजनेस पार्टनर देवेंद्र पाठक से लेने थे.

बिजनेस पार्टनर ने अचल के साथ किया था कुछ ऐसा

सुसाइड नोट के आधार पर अब पुलिस को भी आशंका है कि बिल्डर जितेंद्र झा के 17 साल के इकलौते बेटे अंचल के साथ पार्टनर देवेंद्र झा ने कुछ तो ऐसा किया था जिसे अंचल झेल नहीं सका और उसने फांसी लगा ली, वही इकलौते बेटे की मौत को देखकर दोनों पति-पत्नी ने भी आत्महत्या की होगी. अंचल के कमरे की खिड़की की ग्रिल टूटी हुई मिली है यही वजह है कि पुलिस अब हत्या और आत्महत्या दोनों एंगलों से मामले की जांच कर रही है.

शॉर्ट PM रिपोर्ट में आई बड़ी जानकारी

आपको बता दें कि जितेंद्र झा बिल्डर थे और उनकी पत्नी त्रिवेणी आर्मी स्कूल मुरार में प्रिंसिपल थी. पुलिस के हाथ शॉर्ट पीएम रिपोर्ट आ चुकी है. जिसमें तीनों के गले की हड्डी टूटी हुई मिली है. यह स्थिति तब बनती है जब कोई खुद फांसी लगाये या हत्या करने के बाद उसको लटकाया जाए. फिलहाल पुलिस को बिसरा जांच आने का इंतजार है. ताकि यह बात भी स्पष्ट हो सके कि उन्हें कोई जहरीला पदार्थ तो नहीं दिया गया, क्योंकि पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर भी इस घटना को सीधे आत्महत्या नहीं मान रहे हैं.

फिलहाल, देवेंद्र के पकड़े जाने के बाद ही पूरी कहानी स्पष्ट हो सकेगी. क्योंकि उसका नाम सुसाइड नोट में लिखा हुआ मिला है. वहीं, घटना के बाद से देवेंद्र और उसका पूरा परिवार गायब है, जिनकी तलाश की जा रही है. वह जैसे ही पकड़ा जाएगा पूरी कहानी सामने आ जाएगी. यही वजह है कि आरोपी को पकड़ने पुलिस टीमें रवाना की गई है, जो जगह-जगह दबिश
देकर उसकी तलाश में जुटी है.

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