कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में भ्रष्ट अधिकारी-कर्मचारियों की संख्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। रिश्वतखोरी इन दिनों प्रदेश में चरम पर है। कर्मचारियों से लेकर अधिकारी मुंहमांगी रिश्वत मांग कर प्रताड़ित कर रहे हैं। ताजा मामला ग्वालियर जिले से सामने आय़ा है। जहां सहकारिता विभाग के निरीक्षक को लोकायुक्त (Lokayukta) ने 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है।
लोकायुक्त ने उपयुक्त सहकारिता दफ्तर में दबिश देकर निरीक्षक केशव टंडन को सेल्स मेन से 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। दरअसल, निरीक्षत ने पिछोर सोसाइटी के सेल्स मेन अल्ताफ अहमद खान को री-जॉइनिंग कराने की एवज में 50 हजार रुपए मांगे थे।
शिकायतकर्ता अल्ताफ अहमद खान ने बताया कि बीते 7 जुलाई को केशव सिंह टंडन ने उन्हें बिना किसी कारण के प्राथमिक साख सहकारी संस्था मर्यादित पिछोर के सेल्समैन पद से बर्खास्त कर दिया था। ऐसे में डीआर कार्यालय में हुई जांच के बाद उन्हें री-जॉइनिंग करने का आदेश मिला, इसके बावजूद केशव सिंह टंडन जो कि समिति के प्रशासक भी है उन्होंने 50 हजार की रिश्वत मांगी। फरियादी ने बताया कि वह 15 हजार रुपए पहले ही दो किश्तों में दे चुका था। बाकी पैसों के लिए निरीक्षक दबाव बना रहा था, जिससे परेशान होकर उसने इसकी शिकायत लोकायुक्त से कर दी। वहीं आज लोकायुक्त की टीम ने जाल बिछाकर उसे 15 हजार रुपए घूस लेते हुए रंगे हाथ दबोच लिया।
लोकायुक्त निरीक्षक राघवेंद्र सिंह तोमर का कहना है कि शिकायत के आधार पर कार्रवाई करते हुए भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 7 की धारा में मामला दर्ज करते हुए आगे की कार्रवाई शुरू की गई है। गौरतलब है कि महज 4800 रुपये मासिक महीने की सैलरी वाले सेल्समैन से 50 हजार की रिश्वत लेने वाले सहकारिता निरीक्षक को ट्रैप होने के बाद सहकारिता डिपार्टमेंट में हड़कंप मचा हुआ है।
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