कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। कहते हैं बेइज्जती तो जानवर भी नहीं सह पाता, फिर इंसान तो इंसान है, वो बेइज्जत होने पर तैश में आकर कुछ भी कर सकता है। ऐसा ही कुछ हुआ ग्वालियर जिले के देहात थाना क्षेत्र में रहने वाले एक आदिवासी गरीब किसान के साथ। आदिवासी ने अपना राशन कार्ड मांगा तो उसकी कुछ लोगों ने बेइज्जती कर दी। दो लोगों के द्वारा गांव में गाली गलौज कर उसके साथ मारपीट की गई। बेइज्जती महसूस होने पर आदिवासी ने घर के अंदर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जिसका पता चलते ही आरोपी फरार हो गए। वहीं  पुलिस ने आत्महत्या के बाद दो आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

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दरअसल डबरा देहात थाना क्षेत्र के ग्राम छोले की दफाई निवासी 32 साल के पहलवान आदिवासी ने घर के अंदर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जब उसके भाई ने उसे फांसी के फंदे पर लटका देखा तो इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल और घर वालों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि उसका राशन कार्ड टिंकू शर्मा नाम के व्यक्ति के घर रखा हुआ था। टिंकू शर्मा और उसका साथी बड़े बरार गांव में घटना के एक दिन पहले आये हुये थे। तभी पहलवान आदिवासी ने अपना राशन कार्ड टिंकू शर्मा से मांगा तो टिकू शर्मा और उसके साथी बड़े ने पहलवान को गाली गलोच कर थप्पड़ो से मारपीट कर दी। 

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इधर गांव में बेइज्जती होने पर पहलवान आदिवासी ने घर पहुंचकर घटना के बारे मे परिवार वालो को बताया और कहा कि मेरी गांव में बेइज्जती हो गई है अब मैं जीना नहीं चाहता हूँ। जिसके बाद पहलवान ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिवार से पूछताछ के बाद पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। वही पुलिस ने आरोपी टिंकू शर्मा और उसके साथी बड़े बरार के खिलाफ धारा 306,एस.सी.एस.टी.एक्ट में मामला दर्ज कर उन की तलाश शुरू कर दी है।

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