कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। विजयदशमी के अवसर पर आज केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर के गोरखी स्थित देवघर में राज शाही पोशाक पहनकर पूजा अर्चना करने पहुंचे। जहां उन्होंने अपने कुल देवता दक्षिण केदार, कुल देवी दुर्गा ,राजशाही शास्त्र, मुहर, प्रतीक चिन्हों की पूजा अर्चना की।  

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पूजा के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया राजपरिवार के प्रतीक ध्वज और शस्त्रों का पूजन किया। साथ ही राजशाही गद्दी पर बैठे। ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ उनके बेटे महान आर्यमन सिंधिया भी मौजूद थे। वह भी राजशाही पोषक में नजर आये। राजपरिवार के राज पुरोहित ने बताया कि आज के दिन सिंधिया परिवार अपनी 7 पीढ़ियों के समय से ये पूजा की करता हुआ आ रहा है।

गोरखी में क्यों होती है पूजा

दरअसल, सिंधिया परिवार के सभी कुल देवी और देवता जहां विराजे जाते है उनके गोरखी देवघर कहा जाता है। हर त्यौहार या खास अवसर पर परिवार यहां पहुंचकर विधि-विधान से पूजा करता है। इतना ही नहीं राजघराने का परिवार अपने राजशाही अंदाज में तैयार होकर पूजा करने आता है। शारदीय नवरात्रि में यहां खास पूजा होती है।

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