कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। ग्वालियर में बीती 5 मई को साइंस कॉलेज के पास 8 साल के बच्चे की हत्या गला घोटकर की गई थी। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। साथ ही पुलिस के लिए एक चौंकाने वाला खुलासा भी हुआ है जिसमें ग्वालियर के पीटीएस तिघरा के एक सिपाही की भी इस वारदात में संलिप्तता पाई गई है।

पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने बताया कि, मासूम बच्चे की पहचान दतिया के मयंक सेन के रूप में हुई है। उसकी गुमशुदगी और अपरहण की रिपोर्ट दतिया में दर्ज की गई थी। तभी से लगातार दतिया पुलिस बच्चे की तलाश में जुटी थी, लेकिन इस बीच झांसी रोड थाना क्षेत्र के साइंस कॉलेज के पास बीते 5 मई को संदिग्ध अवस्था में मयंक का शव पड़ा हुआ मिला था। झांसी रोड थाना पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच पुलिस लगातार इस मामले की पड़ताल में जुटी हुई थी।

इस बीच पास के सीसीटीवी कैमरे में एक संदिग्ध काले रंग की गाड़ी पाई गई थी, जिसकी पड़ताल में यह सामने आया कि गाड़ी पुलिस ट्रेनिंग सेंटर तिगरा में पदस्थ एक पुलिसकर्मी की है। जब उस पुलिसकर्मी को ग्वालियर क्राइम ब्रांच पुलिस ने राउंडअप किया तो उसने बताया कि वह बीते 5 मई को दतिया में ड्यूटी कर लौटा था और जब घर पहुंचकर गाड़ी की डिग्गी को चेक किया तो उसमें 8 साल के मासूम बच्चे की लाश पड़ी हुई थी। जिसके चलते वह डर गया और तत्काल उसे ठिकाने लगाने की प्लानिंग करते हुए उसके शव को साइंस कॉलेज के पास देर रात फेंक दिया था।

इस मामले की रिपोर्ट दतिया में दर्ज थी, लिहाजा दतिया पुलिस को और अधिक पूछताछ के लिए पुलिसकर्मी को उन्हें सौंप दिया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित सांघी का यह भी कहना है कि प्राथमिक तौर पर ग्वालियर पुलिस की पूछताछ में आरोपी पुलिसकर्मी ने जो कहानी बताई है, उस पर शंका जाहिर हो रही है। दतिया पुलिस की और अधिक पूछताछ के बाद मयंक की हत्या के पीछे का कारण खुलकर स्पष्ट हो सकेगा।

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