कमल वर्मा, ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में नाबालिग छात्रा के साथ एक महिला और उसके तीन साथियों ने फावड़े के डंडे से बेरहमी से मारपीट की. नाबालिग का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने अपने साथ हुई छेड़खानी का विरोध किया था. इसी बात पर महिला और उसके साथी आग-बबूला हो गए. पीड़िता 7वीं कक्षा की छात्रा है. पीड़िता दर्द से कराहती हुई, पैर पर प्लास्टर बंधे हुए SP ऑफिस पहुंची और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गुहार मांग है.

दरअसल, शहर के मुरार थाना क्षेत्र में रहने वाली एक छात्रा खाने-पीने का सामान खरीदने दुकान गई थी. दुकान संचालक भागवती कुशवाहा अपराधिक प्रवृत्ति की महिला है. इस दौरान भागवती ने अपने पुरुष साथियों के सामने नाबालिग के कपड़े उतार दिए. सार्वजनिक तौर पर उसके साथ हुई इस बदसलूकी और छेड़खानी की शिकायत पीड़ित ने अपनी बड़ी बहन से की थी. बड़ी बहन ने महिला को खरी-खोटी सुनाई. इस बात से महिला और साथी जीतू कुशवाहा नाराज हो गए. उसने नाबालिग और उसकी बहन को जान से मारने की धमकी दी. दो दिन पहले महिला, जीतू संतोष और राहुल ने एक राय होकर नाबालिग के स्कूल से वापस घर लौटते समय उस पर जानलेवा हमला कर दिया और डंडे से बुरी तरह जमीन पर पटक कर पीटा.

गुप्तांग में फावड़े का डंडा डालने आरोप

नाबालिग की बड़ी बहन का आरोप है कि उसकी बहन के गुप्तांग में फावड़े का डंडा डालने की कोशिश की गई. इस घटना में बच्ची की स्कूल ड्रेस बुरी तरह फट गई और वह लहूलुहान हालत में जमीन पर पड़ी हुई थी. बहन और मां उसे घायल हालत में अस्पताल लेकर पहुंचे, जब उसका x-ray कराया गया तो उसके पैर की हड्डी बुरी तरह टूट गई थी. हाथों में भी कई फैक्चर आए हैं. इस घटना के बाद पीड़िता सदमे में है. आरोप यह भी है कि आरोपी सभी सांसद भरत सिंह कुशवाहा के करीबी हैं. इसलिए उनके खिलाफ अब तक पुलिस ने कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की है.

जान से मारने की दी धमकी

ऐसे में पीड़िता को लेकर परिजन एसपी की जनसुनवाई में न्याय गुहार लगाई है, ताकि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके. पीड़िता की बहन का आरोप है कि घायल अवस्था में भी बदमाशों ने उनका पीछा नहीं छोड़ा, जब बच्ची को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल ले जाया गया. तब भी बदमाश पीछे आ गए और जान से मारने की धमकी देकर पुलिस शिकायत वापस लेने की बात कह कर गए.

आरोपियों के मकान तोड़ने की मांग

इस मामले में ASP निरंजन शर्मा ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है. उन्होंने मुरार थाना प्रभारी को जांच कर उचित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर अतिरिक्त धाराएं बढ़ाने की बात कही है. कुल मिलाकर नाबालिग बच्ची के साथ हुई इस तरह की घटना से शहर की कानून व्यवस्था पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. बच्ची और उसके परिवार वाले भागवती कुशवाहा और उसके साथियों से बुरी तरह भयभीत है. उन्होंने मांग की है कि आरोपियों के मकान तोड़े जाने की मांग उठाई है.

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