कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्यप्रदेश में वकीलों की हड़ताल (Strike of lawyers) का आज तीसरा दिन है। हाईकोर्ट (Highcourt) ने नाराजगी जताते हुए तुरन्त काम पर लौटने का निर्देश दिया है। स्टेट बार काउंसिल (State Bar Council) आज भी हड़ताल पर अडिग है।
MP के 92 हजार वकील आज भी हड़ताल पर रहेंगे। प्रदेशभर के वकीलों की कलम बंद हड़ताल 23 मार्च से चल रही है। प्रकरण निराकरण की नई योजना के विरोध में वकीलों की हड़ताल जारी है। हाईकोर्ट ने पुराने 25 प्रकरणों को तीन महीने में निबटाने का आदेश दिया है। सभी जिला अदालतें में तीन महीने में 25 पुराने केस निबटाने का आदेश है। वकीलों में 3 महीने की लाइम लिमिट पर नाराजगी है। MP की अदालतों में 19 लाख 78 हजार केस पेंडिंग है।
हाईकोर्ट के निर्देश को लेकर स्टेट बार काउंसिल की दो टूक, कहा कि- हड़ताल खत्म नहीं करेंगे। स्टेट बार काउंसिल मध्यप्रदेश जबलपुर के अध्यक्ष प्रेम सिंह भदौरिया ने वीडियो जारी कर प्रदेश के वकीलों से आह्वान किया है। कहा कि – आदेश के विरोध में वकील एकजुट रहे। अवमानना की कार्रवाई के लिए मैं तैयार हूं। अगर जेल जाना पड़ेगा, तो सबसे पहले व्यक्ति मैं ही होऊंगा। कल दिल्ली में न्यायमूर्ति जीतेंद्र महेश्वरी से मुलाकात करूंगा। उनसे निवेदन करूंगा कि सीजेआई के समक्ष पूरे प्रकरण को रखें।
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