कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। कहते हैं कि जंगल के राजा शेर किसी से नहीं डरते हैं, लेकिन मध्यप्रदेश के ग्वालियर के चिड़ियाघर में रह रहे जंगल के राजा शेर को डर सताने लगा है। जी हां ग्वालियर चंबल अंचल में रात का लुढ़कता पारा इन शेरों के लिए खौफ़ का सबब बन रहा है। रात में बढ़ती सर्दी से ख़ौफ़ज़दा शेरों का डर दूर करने के लिए चिड़ियाघर में इंतजाम करना शुरू कर दिया है।

ग्वालियर में लगातार बढ़ रही सर्दी जानवरों के लिए परेशानी का सबब बनने लगी है। चिड़ियाघर में छोटे-बड़े करीब 550 से ज्यादा जानवर, पशु पक्षी है। नवंबर महीने के आखिरी सप्ताह में अंचल में सर्दी ने जोर पकड लिया है, जब सर्दी का सितम बढ़ने लगा तो चिड़ियाघर में रहने वाले वनराज का कुनबा परेशान हो उठा। शेर, चीते और बाघों का कुनबा दिनभर बाड़ें में धूप सेंकते रहते हैं, लेकिन रात होते ही इनको सर्दी का खौफ़ सताने लगता है।

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दरअसल ग्वालियर चंबल अंचल में रात का पारा लुढ़ककर 10 डिग्री तक आ गया है। यही वजह है कि चिड़ियाघर में बने शेर के पिंजरों में ठंड जानवरों को परेशान करने लगी है, इस सर्दी से परेशान वनराज और उनके कुनबे को राहत देने के लिए चिड़ियाघर प्रबंधन ने इंतजाम शुरू कर दिए हैं, शेरों, बाघों के पिंजरों में शाम होते ही गरम हीटर जलाना शुरू कर दिए हैं।

बढ़ती सर्दी से पक्षियों का भी रात में बुरा हाल होने लगा है। लिहाजा चिड़ियाघर प्रबंधन में पक्षियों के बाड़ों को मोटे गर्म कपड़ों से ढकना शुरू कर दिया है, वहीं रात के वक्त इनमें बल्ब जलाए जा रहे हैं। ताकि पक्षियों का तापमान मेंटेन रह पाए। इसके अलावा शाकाहारी पशु और पक्षियों को भोजन के लिए मैथी, बाजरा, बरसीम खिलाया जा रहा है, जिससे सर्दी से राहत मिल पाएगी। वहीं हिरणों के बाड़े में सूखा पैरा बिछाकर उन्हें गर्म रखने की कोशिश की जा रही है।

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चिड़ियाघर में ठंड के दिनों में दोपहर के वक्त सैलानियों की तादात ज्यादा रहती है। धूप सेंकते जानवरों को देखकर सैलानी को सुखद अहसास होता है। वहीं शाम होते ही पक्षियों के पिजरों में गर्म बल्ब और केनवास ढंकने लगते है तो शेर के बाड़ों में हीटर जलने लगते है, इन जानवरों और पक्षियों के लिए ठंड से बचाव के इंतेज़ाम देखकर सैलानी भी कह उठे है कि इस ठंड से बचाव के लिए ये जरूरी और सराहनीय कदम है।

जैसे-जैसे सर्दी का सितम बढ़ेगा तो जानवरों की परेशानियां भी और बढ़ेगी, लिहाज़ा चिड़ियाघर प्रबंधन भी पशुओं के बाड़े में बड़े हीटर जलाना शुरू करेगा, वहीं पक्षियों के लिए मोटे कपड़े के साथ ही गर्म खाना और बल्ब का इंतजाम कर रखा है।

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