कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्य प्रदेश हाईकोर्ट (Madhya Pradesh High Court) की ग्वालियर खंडपीठ (Gwalior Bench) के सीनियर अधिवक्ता उमेश बोहरे (Senior Advocate Umesh Bohre) का निधन (Death) हो गया है। दिल का दौरा (Heart Attack) पड़ने से देहांत होने की आशंका है। इस खबर से न्यायालयीन परिसर में मातम पसर गया है। एडवोकेट कई चर्चित जनहित याचिकाओं को लेकर चर्चा में आए थे।
ग्वालियर हाईकोर्ट के मशहूर अधिवक्ता उमेश बोहरे का बुधवार शाम अचानक देहांत हो गया। वे 50 साल के थे। उमेश बोहरे मूलत: भिंड के रहने वाले थे। अधिवक्ता पिछले एक दशक से हाई कोर्ट और जिला न्यायालय में पैरवी कर रहे थे। उनके निधन की खबर से पूरे शहर में शोक की लहर दौड़ गई।
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अधिवक्ता उमेश ने आर्थिक भ्रष्टाचार, जमीन घोटाले और नर्सिंग कॉलेजों की अनियमितताओं जैसे मामलों में जनहित याचिकाएं दायर की थीं। इनमें सबसे चर्चित जनहित याचिका नर्सिंग कॉलेजों द्वारा बरती जा रही अनियमितताएं और अवैध कालोनियों को वैध करने को सरकार के फैसले को चुनौती देना है।
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