इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में कोरोना के कहर के बीच हाइकोर्ट की 60 वर्षीय महिला जज वंदना केसरकर की मौत हो गई है. जज वंदना अगले साल रिटायर होने वाली थी, लेकिन उससे ही उनकी तबीयत बिगड़ी और कोरोना पॉजिटिव हो गईं. उन्हें एयरलिफ्ट कर दिल्ली एम्स में इलाज के लिए भर्ती कराने की तैयारी थी, लेकिन तबीय ज्यादा बिगड़ने की वजह से एयरलिफ्ट तक करना रिस्क हो गया था. इंदौर के एक प्राइवेट अस्पताल जज वंदना ने अंतिम सांस ली.
इंदौर के कोरोना केयर के नोडल अधिकारी अमित मालाकार ने बताया कि जज वंदना केसरकर कोरोना पॉजिटिव थी. मल्टी ऑर्गन फैलियर की वजह से रविवार को उनका निधन हो गया. उन्हें दिल्ली रेफेर किया गया था, लेकिन उम्र ज्यादा होने और तबीयत ज्यादा बिगड़ने की वजह से यह संभव नहीं हो पाया.
जस्टिस कसरेकर का जन्म 10 जुलाई 1960 को हुआ था. सालों तक उन्होंने इंदौर में सिविल मामलों में वकालात की. 25 अक्टूबर 2014 को उनकी नियुक्ति मप्र हाईकोर्ट में न्यायमूर्ति के रूप में हुई थी. 27 फरवरी 2016 को उनकी नियुक्ति स्थाई की गई. वे लंबे समय से किडनी की गंभीर बीमारी से पीड़ित थी.
महिला जज वंदना केसरकर के निधन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संवेदना व्यक्त की है. इसके साथ ही इंदौर बार एसोसिएशन ने भी जस्टिस वंदना की मृत्यु पर दुःख व्यक्त किया है. बता दें कि इससे पहले इंदौर में कोरोना से मशहूर शायर राहत इन्दौरी का भी निधन हो गया था.