कुमार इंदर, जबलपुर। बीजेपी विधायक संजय पाठक ने केस की सुनवाई से पहले मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के जज को फोन करने की कोशिश की। जस्टिस विशाल मिश्रा ने खुद इसका खुलासा किया है। जिसके बाद इस मामले की सुनवाई से उन्होंने खुद को अलग कर लिया है।

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जस्टिस विशाल मिश्रा ने केस की सुनवाई के दौरान अपने ऑर्डर में लिखा, ‘संजय पाठक ने इस विशेष मामले पर चर्चा के लिए मुझसे संपर्क करने प्रयास किया है, इसलिए मैं इस रिट याचिका पर विचार करने के लिए इच्छुक नहीं हूं। इस मामले को माननीय मुख्य न्यायाधीश के समक्ष प्रस्तुत किया जाए ताकि इसे विचारार्थ उपयुक्त पीठ के समक्ष सूचीबद्ध किया जा सके।’

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दरअसल,  यह मामला अवैध खनन के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए उच्च न्यायालय में दायर एक रिट याचिका से संबंधित है। कटनी निवासी निर्मला पाठक और यश पाठक के हस्तक्षेप आवेदन पर सुनवाई होनी थी। संजय पाठक ने माइनिंग को लेकर इंटरविन याचिका लगाई थी। लेकिन केस की हियरिंग से पहले संजय पाठक ने हाईकोर्ट के जज विशाल मिश्रा से फोन कर केस पर चर्चा करने की कोशिश की। जिसके बाद जज ने इस केस से ही खुद को अलग कर लिया। 

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