अनिल मालवीय, इछावर। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में आज से 5वीं और 8वीं (5th & 8th Board Exam) कक्षा की परीक्षाएं शुरू हुई। इस बार परीक्षाएं बोर्ड पेंटर्स पर आयोजित की जा रही है। इसके लिए जनपद शिक्षा केंद्र (District Education Center) के 10 सेक्टर में 45 परीक्षा केंद्र बनाए गये है। इन केंद्रों पर 6411 छात्र-छात्राएं पंजीकृत है। इसमें 3245 पांचवीं और 3166 कक्षा 8वीं कक्षा के विद्यार्थी शामिल हैं। शिक्षा विभाग द्वारा बनाए गए परीक्षा केंद्र छात्र-छात्राओं के घर से करीब 5-10 किमी दूर है। ऐसे में बच्चों को मंजरे टोले और गांवों से परीक्षा में शामिल होने के लिए एग्जाम सेंटर तक का सफर पैदल ही तय करना पड़ा। इस दौरान परीक्षार्थियों को निर्धारित समय पर सेंटर पहुंचने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। इतना ही नहीं शिक्षकों के सामने भी शत्-प्रतिशत परीक्षार्थियों को परीक्षा में शामिल करवाने की एक बड़ी चुनौती है।

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राज्य शिक्षा केंद्र के आदेशानुसार इस बार कक्षा 5 वीं और 8वीं क्लास की परीक्षा बोर्ड पैटर्न पर आयोजित की गई है। परीक्षा सुबह 9 बजे से आरंभ होकर 11.30 बजे तक चली। जनपद शिक्षा केंद्र से 10 संकुल के अंतर्गत कक्षा 5 वीं में 3245 और कक्षा 8 वीं में 3166 छात्र-छात्राएं परीक्षा दे रहे हैं। प्रशासन द्वारा बनाए गए परीक्षा केंद्रों में छात्र-छात्राओं की चिंता बढ़ा दी है। दरअसल केंद्र करीब 5-10 किमी दूर है। ऐसे में बच्चों को यह सफर पैदल चलकर ही तय करना पड़ रहा है। तहसील के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में कई गांव मंजरे टोले ऐसे है जहां से मुख्य सडक मार्ग पर आने जाने के लिए आवागमन के साधन ही नहीं है। निजी वाहनों का भी अभाव होने से परीक्षार्थियों और पालकों के लिए परीक्षा केंद्र आने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

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पालकों का कहना है कि पूर्व में कक्षा 5 वीं और 8 वीं की परीक्षा के लिए 1 से 2 किमी के दायरे में स्थित स्कूल को सेंटर बनाकर परीक्षा ली जाती थी, लेकिन इस बार 5-10 किमी दूर परीक्षा केंद्र बनाए गये है जो कि अव्यवहारिक है। आदिवासी अंचल के गांव और म0जरे टोले के छात्र-छात्राओं को बिना आवागमन के साधन के कई किमी का सफर पैदल चलकर तय करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं कुछ शिक्षकों का कहना है कि अधिक दूरी पर परीक्षा केंद्र बनाने से बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं परीक्षा देने नहीं जा पाएंगे।

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