हेमंत शर्मा, इंदौर। शहर में बारिश शुरू होते ही सड़कों की हकीकत फिर सामने आ गई है। गड्ढों से छलनी सड़कें, उखड़ा डामर और हर मोड़ पर खतरे का इंतजार, हालात ऐसे हैं कि अब दो पहिया चलाने वाले लोगों को हेलमेट नहीं, पूरी आयरन मैन किट पहनकर घर से निकलना पड़ रहा है। बायपास पर बने 6 लेन फ्लाईओवर की हालत उद्घाटन के सिर्फ 6 महीने बाद ही ऐसी हो गई है, मानो कभी मरम्मत ही नहीं हुई। 21 दिसंबर 2024 को सांसद शंकर लालवानी और विधायक मधु वर्मा द्वारा उद्घाटन किए गए इस ब्रिज पर अब बड़े-बड़े गड्ढे जानलेवा बन चुके हैं।
‘सुपरहीरो’ की तरह निकला आम आदमी
जब पीपुल्स अपडेट की टीम ब्रिज की स्थिति का जायजा लेने पहुंची, तो एक बाइक सवार नरेंद्र परमार को देखा गया जो किसी मार्वल मूवी के सुपरहीरो की तरह पूरी सेफ्टी किट में सवार था। दस्ताने, भारी जूते, कोहनी और घुटनों के गार्ड , सब कुछ पहनकर नरेंद्र ने बताया कि वह राऊ की एक फैक्ट्री में काम करता है और इस ब्रिज पर हुए पुराने एक्सीडेंट के बाद अब वह बिना इस “बाइकर्स आर्मर” के घर से नहीं निकलता। “सड़क पर गड्ढा दिखे या न दिखे, दर्द जरूर मिलता है,” नरेंद्र ने व्यंग्य करते हुए कहा। “अब नेता या सिस्टम को कोसने से अच्छा है कि हम खुद को आयरन मैन बना लें, ताकि कम से कम सुरक्षित घर लौट सकें।”
‘मीडिया की औकात क्या है’: कहने वाले एडिशनल डीसीपी पर उनके ही स्टाफ ने उठाई उंगली, लिखा- हम उनके
सवाल वही-गड्ढे कब भरेंगे, जिम्मेदार कौन ठहरेगा?
ऐसी सड़कों पर जब हादसा होता है, तो दोष पीड़ित पर ही आता है। कोई पूछने वाला नहीं होता कि करोड़ों की लागत से बना ब्रिज 6 महीने में टूटा कैसे? क्या गुणवत्ता में गड़बड़ी थी? क्या जिम्मेदार एजेंसियों को जवाबदेह ठहराया जाएगा? अब हालत ये हो गई है कि सड़कों पर चलना मतलब ‘सर्वाइव करना’, और लोग खुद को जंग के लिए तैयार सैनिक बना रहे हैं।

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें