हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्यप्रदेश लोकसेवा आयोग ने आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी के विभिन्न पदों पर भर्तियां निकलीं हैं. आयोग ने  692 पदों के लिए विज्ञापन जारी किया है, लेकिन आयुर्वेद चिकित्सक पद पर कार्यरत संविदा कर्मियों को लोक सेवा आयोग के पदों पर बोनस अंक देने का विरोध हो रहा है. सोमवार को लोकसेवा आयोग के कार्यालय में सीमित संख्या में आयुर्वेदिक चिकित्सकों ने विरोध प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा.

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दरअसल, आयुर्वेदिक चिकित्सा पद पर कार्यरत संविदा कर्मियों को मध्यप्रदेश लोकसेवा आयोग ने आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारी पद पर सीधी भर्ती की लिखित परीक्षा में बोनस अंक दिए जाने का प्रावधान किया गया है, जिसका विरोध अब शुरू हो चुका है. प्रावधान के अनुसार प्रतिवर्ष 3% और 5 वर्ष के लिए अधिकतम 15% सामान्य प्रशासन विभाग ने जारी किया है. अभ्यर्थियों का कहना है कि इस प्रावधान से हजारों बेरोजगार आयुर्वेदिक चिकित्सकों के लिए सीधी भर्ती पदों पर अंतिम अवसर होने के बावजूद अनदेखी हो रही है.

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संविदा आयुर्वेद चिकित्सकों को प्रतिवर्ष 3% के हिसाब से और 5 वर्ष तक कुल अधिकतम 15% बोनस अंक मुफ्त प्रदान किए जा रहे हैं, यानी संविदा चिकित्सक 15% बोनस अंक पहले से लेकर परीक्षा में सम्मिलित होगा, जो कि अन्य छात्रों के साथ भेदभाव है. इतनी बड़ी एवं महत्वपूर्ण परीक्षा में किसी को इतना एडवांटेज देना सरासर अन्याय है. हालांकि लोकसेवा आयोग के डिप्टी सेक्रेटरी का कहना है कि अभ्यार्थियों की मांग को सरकार तक पहुंचाया जाएगा, उन्होंने यह भी कहा कि परीक्षा समय पर ही ली जाएगी.

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