हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्य प्रदेश पुलिस विभाग (Madhya Pradesh Police Department) के 11 पुलिसकर्मियों पर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के आगरा में गंभीर अपराधों में FIR दर्ज की गई है। साथ ही दो मुखबिर और एक अज्ञात शख्स पर भी केस दर्ज हुआ है। जिन पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हुई है वो अभी इंदौर, भोपाल और मंदसौर में पदस्थ हैं।
दरअसल, शामगढ़ थाना प्रभारी राकेश चौधरी, सायबर एक्सपर्ट भरत चावड़ा, SI कन्हैया लाल यादव समेत 11 पुलिस वाले, दो मुखबिर और एक अज्ञात व्यक्ति पर आगरा के एक थाने में FIR दर्ज हुई है। सभी पर कोर्ट के निर्देश पर पुलिस ने केस दर्ज किया है। इन पर आरोप है कि 2022 में आगरा रिंग रोड़ पर ट्रक ड्राइवर श्रवण कुमार का अपहरण कर उसे झूठे केस में फंसाकर वसूली की थी। जिससे युवक ने कोर्ट की शरण ली।
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कोर्ट ने सभी पुलिस वालों के खिलाफ केस दर्ज करने के निर्देश दिए। इसके बाद घटना आगरा थाना क्षेत्र में होने पर वहां की पुलिस ने 2 जून 2023 को एफआईआर दर्ज की। इस प्रकरण से एमपी पुलिस की बड़ी बदनामी हो रही है। सवाल उठ रहा है कि क्या यहां के कुछ लालची पुलिस वाले किसी को भी कही से भी उठा लाते हैं और झूठा केस बना कर पैसा वसूलते हैं।
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