हेमंत शर्मा,इंदौर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने भू-माफियाओं (land mafia) और धोखाधड़ी करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। लेकिन रसूखदारों के सामने बेबस इंदौर पुलिस का चेहरा एक बार फिर सामने आया है। जब एक पीड़ित की शिकायत पर बीजेपी नेता और हाल ही में आईडीए के उपाध्यक्ष बने गोलू शुक्ला (Golu Shukla) के जीजा प्रवीण तिवारी पर पुलिस ने 420 का केस दर्ज नहीं किया। पीड़ित ने बाद में कोर्ट में परिवाद लगाया और वहां से हुए निर्देश के बाद आखिरकर पुलिस ने प्रवीण तिवारी के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471, 120b के तहत FIR दर्ज कर तलाशी शुरू कर दी है। 

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शिकायतकर्ता अर्जुन ठाकुर ने कहा कि सभी दस्तावेज होने के बाद भी पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज नहीं किया। आरोपी खुलकर बोलता है कि मेरे राजनीतिक पार्टी, राजनेताओं से घरेलू संबंध है और पुलिस अधिकारियों को अपनी जेब में रखता हूं। वह अपने राजनीतिक प्रभाव के कारण बाधा डाल रहा है। इस कारण से केस के लिए परिवाद लगाया गया जिसके बाद आरोपी पर कोर्ट ने केस कर जांच करने के आदेश दिए। जिसके बाद पुलिस ने प्रवीण तिवारी पर केस दर्ज किया है।

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फरियादी अर्जुन ठाकुर लगातार पुलिस से शिकायत कर रहे थे कि टीएनसीपी में जाकर गलत तरीके से प्रवीण तिवारी आपत्ति दर्ज कराता था और बीजेपी नेता गोलू शुक्ला के प्रभाव में डेंसिटी को भी आपत्ति दर्ज करनी पड़ती थी। फरियादी लगातार पुलिस थानों के चक्कर लगाता रहा लेकिन बीजेपी नेता के प्रभाव में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। फरियादी अर्जुन ठाकुर ने बताया कि अन्नपूर्णा थाना क्षेत्र स्थित बिल्डिंग के अवस्थी परिवार उषा अवस्थी, मनीषा अवस्थी, तरुण अवस्थी के स्टाम्प पर फर्जी हस्ताक्षर कर टीएनसीपी में शिकायत कर बहस करता था। यह झूठी शिकायत थी। फिलहाल पूरे मामले में कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने FIR तो अब दर्ज कर ली। लेकिन अब भी पुलिस बीजेपी नेता के दबाव के चलते आरोपी को गिरफ्तार करने से बचती नजर आ रही है।

 

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