हेमंत शर्मा, इंदौर। स्वर कोकिला लता मंगेशकर का आज 92 साल की उम्र में निधन हो गया. लता मंगेशकर भारत की सबसे लोकप्रिय और सम्मानित गायिका थीं, जिनका छह दशक का कार्यकाल उपलब्धियों से भरा रहा है. लता जी की आवाज का पूरी दुनिया दीवाना है. इंदौर में लता मंगेशकर के एक संगीत प्रेमी ने उनके गीतों का संग्रहालय बनाया है. जहां लता जी के एक हजार से ज्यादा ग्रामोफोन रिकॉर्ड्स है.

 

दरअसल, एक दौर था, जब संगीत के संग्रह ग्रामोफोन रिकॉर्ड के जरिये लोगों के कानों तक पहुंचते थे, गुजरे दौर की इसी सुरीली विरासत को सहेजने के लिएलता मंगेशकर के एक प्रशंसक ने उनके गीतों के ग्रामोफोन रिकॉर्ड एकत्रित किए हैं. इस संग्रहालय के बारे में जब लता जी को जानकारी मिली थी तो उन्होंने संग्रहालय के नाम एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने लिखा था मेरा जन्म इंदौर शहर में हुआ है कुछ वर्षों पहले मेरा इंदौर आना-जाना बहुत रहता था अब बहुत कम हुआ है आप लोगों ने लता दीनानाथ मंगेशकर ग्रामोफोन रिकॉर्ड्स लाइब्रेरी के जरिए मेरे गीतों को संग्रहित किया है उसके लिए मैं आपका आभारी हूं.

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मुझे खुशी है कि मालवा के शास्त्रीय संगीत के महान कलाकार खानसाहेब आमिर खान जो मेरे बड़े भाई हृदयनाथ के गुरु थे. साहेब अमानत अली खान से 1946 में मैंने थोड़ा सा अर्शी के लिए सीखा था आपने लाइब्रेरी का जो उपक्रम शुरू किया है उसके लिए मैं बधाई शुभकामनाएं प्रेषित करती हूं. यह पत्र लता जी ने इंदौर के संगीत प्रेमी सुमन चौरसिया को भेजा था, इन्होंने लता जी के एक हजार से ज्यादा ग्रामोफोन रिकॉर्ड्स एकत्रित कर संग्रहालय बनाया है.

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