हेमंत शर्मा, इंदौर/ कुमार इंदर, जबलपुर। इंदौर के वीर सावरकर नगर में रहने वाले पीएचई अधिकारी विजय धर्माधिकारी ने अपने ही घर में जहर खा कर आत्महत्या कर ली। मृतक नर्मदा प्रोजेक्ट के कंट्रोलर के रूप में पदस्थ थे। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट बरामद मिला है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

सुसाइट नोट

मामला इंदौर के राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र का है, यहां के रहने वाले विजय धर्माधिकारी घर में ही जहरीला पदार्थ का सेवन कर आत्महत्या कर ली। विजय पीएचई विभाग में कंट्रोलर के रूप में पदस्थ थे। मृतक के परिवार में कोई नहीं था। वह अकेले रहते थे, उनके बच्चे नहीं थे। पत्नी का भी कुछ समय पहले निधन हो गया था।

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और पड़ताल शुरू कर दी। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट मिला है। इसमें मृतक ने अपनी मौत का जिम्मेदार खुद को ही बताया है। उन्होंने लिखा है कि वह अपने जीवन से हार गया हूं।किसी से परेशान होकर ऐसा कदम नहीं उठा रहा हूं। अपने जीवन से त्रस्त हो गया हूं।

ब्रोकर जयदीप सिंह राठौर की हत्या का खुलासा

जबलपुर पुलिस ने 15 मई को शेयर ब्रोकर और गोल्ड एक्सचेंज में पैसा लगाने वाले जयदीप सिंह राठौर की हत्या करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि इस हत्याकांड को अंजाम देने के लिए मृतक के पड़ोसी सिद्धार्थ श्रीवास्तव ने ही साजिश रची थी और अपने दोस्त के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया था।

वादाखिलाफी का बदला लेने के लिए की हत्या

पुलिस को पूछताछ में पता चला है कि मृतक जयदीप सिंह राठौर ने थाना माधव नगर कटनी में अपने साथी सिद्धार्थ श्रीवास्तव और राजेश विश्वकर्मा के साथ मिलकर हत्या की प्रयास किया था, जिसके चलते तीनों को कटनी कोर्ट से 10 साल की सजा पड़ी थी l हत्या के इस मामले में मृतक जयदीप सिंह राठौड़ ने अपने दोस्त सिद्धार्थ श्रीवास्तव और अजय विश्वकर्मा को कहा था कि दोनों की जमानत करा देगा इसके साथ ही उन्हें 25 हजार रूपए नगद भी देगा, लेकिन जयदीप सिंह राठौर जेल जाने के एक साल बाद रिहा हो गया, उसके साथ ही अज्जू विश्वकर्मा भी डेढ़ साल बाद जेल से बाहर आ गया। लेकिन सिद्धार्थ श्रीवास्तव को जमानत नहीं मिली, लिहाजा पिछले साल जेल से छूटने के बाद सिद्धार्थ ने बदला लेने के लिए अपने दोस्त के साथ हत्या की साजिश रची और जयदीप राठौर को मौत के घाट उतार दिया।

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus