हेमंत शर्मा, इंदौर। टीवी का मशहूर हिंदी सीरियल “तारक मेहता का उल्टा चश्मा” (Taarak Mehta Ka Ooltah Chashma) देखकर सोसाइटी का गोकुलधाम (Gokuldham) नाम रखा था। गोकुलधाम नाम के विपरीत बदमाशों और नशाखोरी और आतंक का अड्डा बन गया जिसके कारण लोग पलायन करने को मजबूर है। 8 साल बाद गोकुलधाम सोसायटी (society) में पुलिस नजर आई है। इसके पहले सोसायटी में हत्याएं भी हो चुकी है। इसके बाद डीसीपी (DCP) का बयान कि थाने में एक भी शिकायत नहीं आई हास्यास्पद लगता है।
दरअसल मामला इंदौर के राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र स्थित गोकुलधाम सोसायटी का है यहां ईडब्ल्यूएस के क्वार्टर में रहने वाले रहवासी पिछले 8 सालों से बदमाशों और बिल्डर से परेशान हैं। अब रहवासियों ने अपने घरों के बाहर मकान बिकाऊ के पोस्टर तक लगा दिए है। इसके बाद हरकत में आई पुलिस मौके पर पहुंची और रहवासियों से चर्चा की। डीसीपी आदित्य मिश्रा खुद गोकुलधाम सोसायटी पहुंचे और लोगों से चर्चा की। चर्चा के बाद डीसीपी का जवाब कि सोसाइटी ने एक भी लिखित शिकायत थाने पर नहीं की, लेकिन यह बात सही है कि यहां पर कुछ असामाजिक तत्व रहते हैं जिनसे रहवासी परेशान हैं।
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40 आवेदन के जागा प्रशासन
रहवासियों ने मामले में lalluram.com से खुलकर चर्चा की। रहवासियों का सीधा आरोप है पिछले 8 सालों से उनकी स्थिति बद से बदतर हो गई है। तारक मेहता का उल्टा चश्मा धारावाहिक देखने के बाद इस सोसाइटी का नाम भी गोकुलधाम सोसायटी रखने का निर्णय लिया था, लेकिन स्थितियां उससे विपरीत हो गई। अब तक 40 आवेदन देने के बाद भी रहवासी डरे से में नजर आ रहे हैं। उनका कहना है कि अभी किस तरीके से बड़ी संख्या में पुलिस यहां पर पहुंच रही है। नगर निगम के लोग यहां पहुंच रहे हैं।
रहवासियों ने पुलिस को दी बदमाशों की जानकारी
आने वाले समय में हमारी जान को भी खतरा हो सकता है क्योंकि पुलिस को हमने खुलकर बदमाशों के बारे में बता दिया है। 40 आवेदनों में एक आवेदन ऐसा भी था जिसमें तत्कालीन थाना प्रभारी ने आरटीआई में जवाब कि किराएदार ने किसी भी प्रकार की थाने पर कोई जानकारी नहीं दी है। कुछ लोग असामाजिक तत्व भी हैं जिन पर धारा 188 के तहत कार्रवाई की जा चुकी है। अब सवाल उठता है कि इस कॉलोनी में रहने वाले रहवासी कितने समय तक इस परेशानी से जुझेंगे या फिर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी इन समस्याओं का निराकरण करते हैं।
सीएम ने लिया संज्ञान, मामले में गृहमंत्री भी सख्त
घटना को लेकर भी सीएम शिवराज सिंह ने संज्ञान लिया है। इंदौर में मकानों पर बिकाऊ के पोस्टर और पलायन को लेकर पोस्टर लगे है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि बिल्डर ने कॉलोनी हैंडओवर नहीं किया है। बुनियादी सुविधाओं को लेकर लोगों को दिक्कत है। प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं। पुलिस को गुंडों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। गुंडे संभाल जाएं, नहीं तो संभाल दिए जायेंगे।
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