कुमार इंदर, जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर में सोसायटी से करीब 7 हजार मीट्रिक टन धान गायब हो गई है। 6 सोसायटी में तौल के हिसाब से धान कम पाई गई है। जिसके बाद कलेक्टर ने जांच के आदेश दे दिए हैं। साथ ही 23 करोड़ रुपए के भुगतान पर रोक लगा दी है।

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इस गड़बड़ी में सोसायटियों के साथ वेयर हाउस मालिक और बिचौलियों के शामिल होने की आशंका है। मामला सामने आने के बाद  कलेक्टर दीपक सक्सेना ने जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की बात कही है। उन्होंने कहा कि जिन-जिन सोसायटी में शॉर्टेज देखी गई, उनकी डिटेल जांच करने के लिए टीम गठित कर दी गई है। आदतन गड़बड़ी वाली 2-3 सोसायटी है।   

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कलेक्टर ने आगे बताया कि जिले में तकरीबन 51 हजार किसानों से खरीदी की गई है। धान के एवज में सभी को 876 करोड़ का भुगतान करना था। जिसमें से 853 करोड़ रुपए का भुगतान हो चुका है।

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