कुमार इंदर, जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर में बीते मंगलवार को सीबीआई ने सेंट्रल जीएसटी के कार्यालय में छापा मारते हुए डिप्टी कमिश्नर और उनकी टीम को 7 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। जिसमे सेंट्रल जीएसटी के डिप्टी कमिश्नर कपिल कामले सहित उनकी पूरी टीम शामिल थी। वहीं आज सीबीआई की विशेष अदालत में आलोक कुमार सक्सेना की कोर्ट में सभी आरोपियों को पेश किया गया, जहां से सीबीआई को आरोपियों की 7 दिन की रिमांड मिल गई है। अब उन्हें 20 जून को कोर्ट में पेश किया जाएगा। इधर इतनी लंबी रिमांड दिए जाने का आरोपियों के वकील ने विरोध किया है।
बता दें कि 7 लाख रिश्वत लेते पकड़ाए CGST के डिप्टी कमिश्नर कपिल कांबले और 4 इंस्पेक्टर्स के घरों से सीबीआई की टीम को करीब 80 लाख रुपए कैश मिले हैं। डिप्टी कमिश्नर कांबले के घर से 3 लाख, इंस्पेक्टर प्रदीप हजारी के घर से करीब 40 लाख, इंस्पेक्टर विकास गुप्ता के यहां 18 लाख, इंस्पेक्टर वीरेंद्र जैन के यहां से भी लाखों रुपए नकद मिले हैं।
इन लोगों की हुई है गिरफ्तारी
कपिल कांबले, सुपरिटेंडेंट
प्रदीप हजारे, निरीक्षक
सोमेन गोश्वामी, सुपरिटेंडेंट जीएसटी
रविंद्र जैन, निरीक्षक, जीएसटी
विकास गुप्ता, निरीक्षक, जीएसटी
ये है पूरा मामला
दरअसल, टैक्स चोरी के आरोप में दमोह जिले में स्थित नोहटा में केजीएच फैक्ट्री पर 19 मई को जीएसटी ने रेड मारी थी। इस दौरान सेंट्रल जीएसटी ने फैक्ट्री को सील कर दिया था और क्लीयरेंस देने के एवज में एक करोड़ की रिश्वत मांगी थी। जीएसटी टीम ने फैक्ट्री के साथ कार भी सीज कर दी थी, जिसके बाद जीएसटी अधिकारी से 35 लाख में फाइनल सौदा हुआ था। रिश्वत की तय रकम 35 लाख में से 25 लाख की रिश्वत एक हफ्ते पहले फरियादी त्रिलोकचंद सेन दे चुका था। इसके बाद परेशान किए जाने पर व्यापारी ने सीबीआई में शिकायत कर दी।
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