कुमार इंदर, जबलपुर। भारत के लोगों की नजर इस समय सरहद पर टिकी हुई है। भारतीय सेना, हमारे जवान पाकिस्तान को मुहंतोड़ जवाब देने में लगे हुए है। इसी के साथ एक चेहरा कर्नल सोफिया कुरैशी इस वक्त सुर्खियों में है। जिन्होंने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को नेस्तानाबूत करने के बाद प्रेस ब्रीफ की। जिसमें उन्होंने बताया किस तरह से भारतीय सेना ने पाकिस्तान में चुन चुनकर आतंकियों के ठिकानों को मिटा दिया।

कर्नल सोफिया कुरैशी का संबंध मध्य प्रदेश के छतरपुर से है। सोफिया का जन्म 1976 में पुणे में हुआ। जन्म के बाद सोफिया के पिता परिवार को लेकर छतरपुर के नौगांव में शिफ्ट हो गए। इनका पुस्तैनी मकान नौगांव में ही है। सोफिया ने प्राथमिक शिक्षा नौगांव में ही हासिल की। उन्होंने जीटीसी स्कूल में पहली से तीसरी कक्षा तक पढ़ाई की। कर्नल सोफिया नौगांव में पली बढ़ी। वहीं वर्तमान में सोफिया कुरैशी के भाई और भाभी मध्य प्रदेश के जबलपुर में रहते हैं। लल्लूराम डॉट कॉम की टीम ने कर्नल सोफिया की भाभी उजमा कुरैशी से खास बातचीत की है। आइए जानते है सोफिया की भाभी ने क्या कुछ कहा…

सवाल: सोफिया को प्रेस ब्रीफ करता देख कैसा लग रहा है ?
जवाब: हमें गर्व है, कल रात से सोए नहीं है। एक के बाद एक न्यूज चैनल देख रहे है।

सवाल: सोफिया कुरैशी से बात हुई ?
जवाब: कल कॉल पर बात हुई थी, सोफिया ने कहा कि देखा हमने कैसे मुहंतोड़ जवाब दिया। हमने कैसे लीड किया।

सवाल: सोफिया कुरैशी को देखकर घर वाले खुश थे ?
जवाब: बिल्कुल, बहुत खुश थे, गर्व महसूस कर रहे थे।

सवाल: सोफिया के आर्मी में होने का परिवार में डर महसूस होता है ?
जवाब: कोई डर नहीं है, उनके खैरियत की दुआ कर रहे है।

सवाल: सोफिया सेना में कब से है ?
जवाब: जब 17 साल की थी, तब सिलेक्शन हुआ था।

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सवाल: सोफिया जबलपुर आई है ?
जवाब: हां मेरी शादी में आई थी, उसके बाद बच्चों से मिलने भी आई है। सोफिया जबलपुर में आर्मी के सिग्नल कोर में तैनात रही है। मध्य प्रदेश के बीना में भी तैनात रही हैं।

सवाल: यहां पोस्टिंग थी ?
जवाब: हां मध्य प्रदेश में पोस्टिंग थी।

सवाल: सोफिया को देखकर आर्मी में जाने की प्रेरणा मिलती है?
जवाब: सोफिया के पिता और मेरे ससुर भी आर्मी में थे। बच्चों को भी आर्मी में जाने का सपना है।

सवाल: सोफिया की कितनी पीढ़ी आर्मी में है?
जवाब: यह तीसरी पीढ़ी।

सवाल: हिंदू मुस्लिम की बात होती है, लेकिन सेना में भी मुस्लिमों का उतना ही योगदान है, इस बात को कैसे देखते है ?
जवाब: पहलगाम में धर्म पूछकर मारा, ये सब देखकर दुख होता है। लेकिन अभी गर्व है क्यों कि भारत सरकार ने एक मैसेज दिया है कि हम एक है। हमारे यहां हिंदू मुस्लिम की कोई लड़ाई नहीं है।

सवाल: पहलगाम का बदला लेने के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम रखा गया, इसे लेकर सोफिया से कोई बातचीत हुई ?
जवाब: मिशन को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई है। हमने कल खुद न्यूज में देखा है।

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