कुमार इंदर, जबलपुर।  यदि आप भी अपने बच्चों को खिलौने देकर ये समझते हैं कि आपकी समस्या का समाधान हो गया और आपका बच्चा खुश है, तो अलर्ट हो जाइए। जी हां एक ऐसा ही मामला जबलपुर में सामने आया है। जिसमें खिलौना खेल रहे 2 साल के बच्चे के गले में खिलौने का एक तार टूटकर गले में जा फंसा। जब बच्चे को बेतहाशा दर्द हुआ तो आनन फानन में उसे मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। 

MP के कॉलेजों में लागू होंगे ड्रेस कोड: कांग्रेस विधायक ने जताई आपत्ति, कहा- फैसले को नहीं किया जाएगा स्वीकार 

वहीं ईएनटी विभाग में जब बच्चे की स्कैनिंग की तो पता चला कि खिलौने का एक तार टूटकर बच्चे के गले में फंसा हुआ है। ये तार U शेप के आकार का था, लिहाजा यह बच्चे के गले में जाकर अटक गया जो ना तो नीचे उतर रहा था ना बाहर आ रहा था।जिसके बाद सारी तैयारी करके ईएनटी विभाग की पूरी टीम और उनकी हेड डॉक्टर कविता सचदेवा ने जटिल ऑपरेशन करते हुए न केवल बच्चे के गले में फंसी यह तार बाहर निकाली, बल्कि उसकी जान भी बचाई। दो साल के मासूम का सफल ऑपरेशन के बाद बच्चा तो खुश है ही, उसका पूरा परिवार भी बेहद खुश है।

जबलपुर के ग्राम बंजार का है परिवार 

जबलपुर के ग्राम बंजार निवासी दो वर्षीय बालक जाहिर छह जुलाई को जब अपने घर पर खिलौने से खेल रहा था, उसी दौरान खेल-खेल में बच्चें ने खिलौने को मुंह मे डाल लिया। उसी खिलौने में यू आकर का तार फंसा हुआ था जो कि बच्चे के गले में जाकर फंस गया। तार फंसने के कारण बच्चे को उल्टी होने लगी, वह दर्द के रोने रोने लगा। बच्चे को जब भी खांसी आती या फिर वह उल्टी करता तो उसे खून निकल रहा था। बच्चे की परेशानी बढ़ने के बाद परिवार उसे नजदीकी क्लिनिक में लेकर गया। लेकिन वहां डॉक्टर को जब कुछ समझ में नहीं आया तो उसे मेडिकल कॉलेज लाया गया। जहां पर स्कैनिंग करने पर पूरा माजरा साफ हो गया। उसके बाद ईएनटी विभाग की हेड कविता सचदेवा ने एंडोस्कोपी के माध्यम से जटिल ऑपरेशन कर यू शेप का तकरीबन 1 सेंटीमीटर चौड़ा तार बाहर निकला तब जाकर बच्चों की जान में जान आई।

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m