कुमार इंदर,जबलपुर। मिशनरी की जमीन (missionary land) के व्यवसायीकरण का जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर निकल आया है. इसी सिलसिले में राजस्व अमले ने मौके पर पहुंचकर एक ऐसी ही जमीन पर चल रहे हैं मॉल पर नोटिस चस्पा किया है. पूरा मामला मप्र के जबलपुर (Jabalpur) जिले का है.

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दरअसल स्कूल के लिए मिली जमीन को व्यवसायिक गतिविधि के लिए बेच दिया गया था. जिस पर साल 2011 से भारी भरकम मॉल संचालित हो रहा है. इस जमीन की साल 2019 में यानी कि आज से 23 साल पहले लीज खत्म हो चुकी है. मिशनरी स्कूल (missionary school) की जमीन को स्कूल प्रबंधन ने शासन के अनुमति लिए बिना ही एक बिल्डर को बेच दी थी.

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जिस पर अपर कलेक्टर के आदेश पर नोटिस चस्पा कर जमीन को सरकारी रिकॉर्ड में लेने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है. बता दें कि कई साल पहले शासन ने मेथाडिस्ट चर्च इन इंडिया जबलपुर को तैय्यबअली चौक स्थित मिशनरी स्कूल चलाने के लिए 26 हज़ार स्क्वायर फीट जमीन लीज पर दी थी, जिसकी साल 1999 में ही लीज खत्म हो चुकी थी.

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