कुमार इंदर, जबलपुर। पीडब्ल्यूडी मंत्री व जिले के प्रभारी मंत्री गोपाल भार्गव जबलपुर पहुंचे, जहां उन्होंने 1984 के दंगे को लेकर कहा कि सिख दंगे को करीब 40 साल हो गए हैं और अब अगर हम इन बातों को दोहराएंगे तो यह समय के साथ चलने वाली बात नहीं होगी। उन्होंने कहा कि उस समय जो भी घटनाक्रम हुआ, उसमें दोषी कौन था, कौन नहीं था। देश की सर्वोच्च न्यायालय ने, हाई कोर्ट ने, सेशन कोर्ट ने समय-समय पर अपने फैसले भी दिए हैं। इस मामले में कई लोगों को सजा पड़ी है तो कई लोग बरी हुए हैं, पर यह भी सही है कि 84 का दंगा एक बुरा सपना था। कमलनाथ उस समय संजय गांधी, राहुल गांधी के करीबी थे। इन्द्रा गांधी के दूसरे पुत्र थे, इसलिए उनका नाम आना स्वाभाविक है। गोपाल भार्गव ने कहा कि जब इतनी बड़ी घटना होती है तो कमलनाथ के अलावा और भी कई लोगों के नाम आना लाजिमी है।

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वहीं प्रभारी मंत्री गोपाल भार्गव ने कर्जमाफी को लेकर कहा कांग्रेस सरकार में सिर्फ नाम के लिए किसानों की कर्ज माफी हुई थी। नाम के लिए किसानों को कर्ज माफी के प्रमाण पत्र दिए गए थे। बैंकों में कर्ज माफी का पैसा नहीं डाला गया था। जिससे किसान डिफाल्टर हो गए थे।

शराब के सिंडिकेट पर कसा जाएगा शिकंजा

जबलपुर में चल रहे शराब के सिंडिकेट पर हुए सवाल का जवाब देते हुए प्रभारी मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि, उनकी इस बारे में कलेक्टर से बात हुई है, उन्होंने कहा है कि इस विषय में जांच चल रही है। प्रभारी मंत्री ने माना कि, जबलपुर में एमएसपी यानी कि तय कीमत से ज्यादा के दाम पर शराब बेची जा रही है। प्रभारी मंत्री ने कहा कि इसकी जांच भी होगी और इस पर कार्रवाई भी की जाएगी।

प्रमुख सचिव के एक्सटेंशन पर बोले प्रभारी मंत्री

प्रमुख सचिव इकबाल सिंह के दूसरी बार एक्सटेंशन पर प्रभारी मंत्री ने कहा कि अफसर तो अफसर होता है कोई भी अफसर संविधान और कार्यप्रणाली से बाहर जाकर काम नहीं करता हर किसी के अवसर का काम करने का दायरा होता है।

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पिछले दिनों बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पर जान से खतरा बताने वाले पूर्व मंत्री हरेंद्रजीत सिंह बब्बू के बयान पर गोपाल भार्गव ने कहा कि मध्य प्रदेश शांति का टापू है। यहां किसी को जान का खतरा नहीं है। मध्य प्रदेश देश में सबसे शांत प्रदेश है। बता दें कि हरेंद्रजीत सिंह बब्बू ने वीडी शर्मा पर जान से खतरा बताते हुए गुटबाजी के आरोप लगाए थे, हालांकि पार्टी की तरफ से नोटिस मिलने के बाद उन्होंने अपने बयान से यू-टर्न ले लिया था।

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