कुमार इंदर,जबलपुर। वायनाड से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul gandhi) को गुजरात की निचली अदालत (lower court) द्वारा मानहानि मामले (defamation case) में दो साल की सजा सुनाए जाने एवं संसद की सदस्यता खत्म होने के बाद देशभर में सियासत जारी है। मध्यप्रदेश में भी उनकी सदस्यता खत्म करने को लेकर सिसायी (Politics) पारा चढ़ा हुआ है। इसी बची वरिष्ठ अधिवक्ता और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा (senior advocate vivek tankha) का बड़ा बयान सामने आया है।
राज्यसभा सांसद और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ लॉयर विवेक तंखा ने राहुल गांधी को हुई दो साल की सजा को लेकर कहा कि- यह समझ के परे है कि एक छोटे से केस में गुजरात की निचली अदालत 2 साल की सजा दे रही है। कोर्ट चाहती तो वार्निंग या जुर्माना लगाकर मामले को डिस्पोज ऑफ कर देती, जबकि बयान केरल में दिया और गुजरात में हुई शिकायत के बाद सजा सुनाई है। राजनेताओं पर एक दूसरे दल के लोग आरोप प्रत्यारोप और टिप्पणी किया करते हैं। पूर्व में भी जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी पर भी इसी तरह की कई बार टिप्पणियां हुई, लेकिन किसी ने कोई शिकायत नहीं की और ना ही सजा हुई। विवेक तन्खा का बयान आने के बाद यह बात तय है कि इस मामले को लेकर कांग्रेस उच्चतम न्यायालय जरूर जाएगी।
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक